Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 12 अगस्त 2010 (08:01 IST)
अभी संन्यास नहीं लेंगे लक्ष्मण
PTI
श्रीलंका के खिलाफ अंतिम क्रिकेट टेस्ट में अपनी मैच विजयी पारी से भारत को जीत दिलाने वाले वेरी-वेरी स्पेशल बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि उनका फिलहाल संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है और वह अभी देश के लिए खेलते रहना चाहते हैं।
लक्ष्मण ने कहा कि अभी मैं अपने खेल का पूरा मजा ले रहा हूँ और फिलहाल संन्यास का सवाल ही नहीं उठता। देश के लिए खेलना बड़े सम्मान की बात है और मुझे इसमें मजा आ रहा है। हर टेस्ट मैच मेरे लिए एक अहम मौका है और मैं इसे छोड़ना नहीं चाहता।
श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के चौथे दिन भारत अपने तीन विकेट जल्दी गंवाकर संकट में फँस गया था लेकिन पाँचवे दिन बल्लेबाजी करने उतरे लक्ष्मण ने अपनी शतकीय पारी से भारत को जीत दिलाई जिसकी बदौलत भारत सिरीज 1-1 से ड्रॉ कराने में भी कामयाब रहा था।
लक्ष्मण ने एक साक्षात्कार में कहा कि मैं टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट हूँ। मैच के आखिरी दिन हम जिस तरह से खेले, वह हमारी ताकत को दर्शाता है। आखिरकार हमें अपनी मेहनत का फल मिला और हम सिरीज ड्रॉ कराने में कामयाब रहे।
लक्ष्मण ने कहा कि मुझे लगता है कि क्रिकेट टीम गेम है और हम एक-दूसरे के लिए खेलते हैं। इसलिए जरूरी यह है कि जीत पर खुशी मनाई जाए और मुश्किल समय में दूसरों की मदद करें। जब प्रत्येक खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है तो टीम को जीतने से कोई नहीं रोक सकता।
लक्ष्मण ने गेंदबाजी में बेंच स्ट्रेंथ में कमी के आरोप से इनकार करते हुए कहा कि हमारे पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं जो सीनियर खिलाड़ियों की जगह ले सकते हैं बस मौका मिलने की देर है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रज्ञान ओझा को देखें तो श्रीलंका जाने से पहले उन्होंने केवल कुछ मैच खेले थे लेकिन हरभजनसिंह जैसे अनुभवी स्पिनर की गैरमौजूदगी में उन्होंने तीसरे टेस्ट में जिस तरह की गेंदबाजी की वह काबिले तारीफ है।
अमित मिश्रा ने भी उनका अच्छा साथ दिया। ईशांत शर्मा और अभिमन्यु मिथुन ने भी मुझे प्रभावित किया। इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि हमारे पास बेंच स्ट्रेंथ नहीं है। सपाट पिचों पर गेंदबाजी को आंकना ठीक नहीं है।
लक्ष्मण ने श्रीलंका दौरे पर टेस्ट पदार्पण करने वाले सुरेश रैना की तारीफ करते हुए कहा कि अपने पहले ही टेस्ट में उन्होंने जिस तरह शतक बनाया और अपने दूसरे मैच में भी जैसी पारी खेली थी वह अद्भुत है। सुरेश को वनडे क्रिकेट के अनुभव का फायदा मिल रहा है और मैं उन्हें और अन्य युवा खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।
लक्ष्मण ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सिरीज में शानदार प्रदर्शन करने पर मास्टर ब्लास्टर सचिन की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं हमेशा मजाक में कहता हूँ कि सचिन और उनके बेटे अर्जुन एक साथ टीम में खेलेंगे। वह क्रिकेट में 20 वर्ष बिता चुके हैं लेकिन उनके जोश और जज्बे को देखकर लगता है जैसे किसी खिलाड़ी ने अभी-अभी करियर शुरू किया हो।
विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग के ऑलराउंड प्रदर्शन की भी सराहना करते हुए लक्ष्मण ने कहा कि उनकी गेंदबाजी की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने अहम मौकों पर हमें विकेट दिलाए। हम खुशनसीब हैं कि हमें उनके जैसा खिलाड़ी मिला जो पहली ही गेंद से विपक्षी गेंदबाज पर प्रहार शुरू कर दे और गेंदबाजी में भी कमाल दिखाए। (वार्ता)