Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) ,
शुक्रवार, 5 सितम्बर 2008 (18:21 IST)
अफरीदी पहले अपने गिरेबाँ में झाँके
अपने कप्तान शोएब मलिक और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी टीम हैदराबाद डेक्कन चार्जर्स के कप्तान वीवीएस लक्ष्मण पर सवाल उठाने वाले पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को सबसे पहले अपने गिरेबाँ में झाँकना चाहिए कि पिछले लगभग एक वर्ष में उनका खुद का प्रदर्शन कैसा रहा है।
अफरीदी ने हाल में मलिक और लक्ष्मण दोनों पर निशाना साधते हुए हंगामा खड़ा कर दिया था। उन्होंने मलिक की कप्तानी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पाकिस्तानी टीम का ड्रेसिंग रुम में माहौल अच्छा नहीं है। डेक्कन चार्जर्स के कप्तान लक्ष्मण के लिए उन्होंने कहा था कि उनमें आक्रामकता और नेतृत्व की योग्यता का अभाव है।
उन्होंने साथ ही कहा था कि ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट डेक्कन चार्जर्स के लिए बेहतर कप्तान साबित होते। अफरीदी ने मलिक और लक्ष्मण पर तो सवाल उठाए, लेकिन वह देख्ना भूल गए कि पिछले लगभग एक वर्ष में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों और इस वर्ष भारत में हुई आईपीएल में उनका खुद का प्रदर्शन कैसा रहा था।
अफरीदी को दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिना जाता है और उन्हें एक ऐसा विस्फोटक बल्लेबाज माना जाता है, जो गेंदबाजों की धज्जियाँ उड़ा दे लेकिन भारत के खिलाफ वनडे सिरीज बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला, ढाका में त्रिकोणीय श्रृंखला, एशिया कप और आईपीएल सभी जगह उन्होंने खासा निराश किया।
अफरीदी ने पिछले लगभग एक वर्ष में भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में 31, नाबाद 29.12 और एक रन, जिम्बाब्वे के खिलाफ एक दिवसीय श्रृंखला में नाबाद 2, नाबाद 43 और 85 रन तथा बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में नाबाद 27, 13 चार और 20 रन बनाए।
इस वर्ष ढाका में त्रिकोणीय श्रृंखला में बांग्लादेश और भारत के खिलाफ वह 20, 23 और नाबाद 10 रन बना सके। कराची में हुए एशिया कप में अफरीदी चार, नौ और शून्य बना सके।
भारत में हुए आईपीएल ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में अफरीदी से बहुत उम्मीदें थी कि वह इस फटाफट क्रिकेट में अपना विस्फोटक रूप दिखाएँगे, लेकिन वह दस मैचों में 10.12 के मामूली औसत से सिर्फ 81 रन बना सके। आईपीएल में उनका सर्वाधिक स्कोर 33 रन रहा1 उनके मुकाबले लक्ष्मण ने आईपीएल में छह मैचों में 155 रन बनाए।
265 वनडे में 5479 रन बना चुके अफरीदी अपने पिछले 20 एकदिवसीय मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक बना पाए हैं और वह भी जिम्बाब्वे जैसी कमजोर टीम के खिलाफ हालांकि इस दौरान अफरीदी का गेंदबाजी में प्रदर्शन बढिया रहा है और अपने पिछले 20 वनडे में उन्होंने 29 विकेट लिए है1
अफरीदी ने अपना टेस्ट करियर 1998 में शुर किया था1 लेकिन पिछले 10 वर्षो में वह सिर्फ 26 टेस्ट खेल पाए है। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट जुलाई 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस तथ्य से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अफरीदी ने खुद अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया है और वह अब सिर्फ वनडे खिलाड़ी बनकर रह गए हैं।
वनडे में भी पिछले एक वर्ष में वह अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पा रहे है। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि खिलाड़ी का मैदान में प्रदर्शन बोलता है न कि उसका बड़बोलापन।