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Written By भाषा

अफरीदी की कप्तानी पर उठे सवाल

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के हाथों अंतिम ओवर में शिकस्त के साथ पाकिस्तान के लगातार तीसरे ट्वेंटी20 विश्व कप के फाइनल में खेलने का मौका गँवाने के बाद शाहिद अफरीदी की कप्तानी की मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों ने आलोचना की है।

टीम की हार के बाद पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट खिलाड़ियों का मानना है कि अंतिम कुछ ओवरों में मैदान पर खराब रणनीति के कारण पाकिस्तान ने मैच गँवा दिया।

पाकिस्तान ने माइकल क्लार्क की टीम को 191 रन का लक्ष्य दिया था और एक समय जीत की ओर बढ़ रहा था लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम दो ओवर में 34 रन बनाकर जीत हासिल की।

बायें हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमेर ने 19वें ओवर में 16 रन दिए जबकि ऑफ स्पिनर सईद अजमल के अंतिम ओवर में माइकल हस्सी ने तीन छक्के और एक चौका मारा।

आलराउंडर सोहेल तनवीर ने कहा ‘मैं सईद के साथ काफी खेला हूँ और वह ऐसा गेंदबाज है जो बायें हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ और दबाव के हालातों में परेशान हो जाता है, अंतिम ओवर में उस समय उसे गेंद देना ठीक नहीं था जब बायें हाथ के दो बल्लेबाज क्रीज पर थे।’

तनवीर और सईद दोनों घरेलू क्रिकेट में केआरएल और रावलपिंडी टीम की ओर से खेलते हैं और घुटने के ऑपरेशन के कारण विश्व कप से बाहर हुए तनवीर ने कहा कि पाकिस्तान के अंतिम ओवरों के दौरान कुछ ढीलापन दिखाने का खामियाजा भुगतना पड़ा।

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने कहा कि वह निश्चित तौर पर अंतिम ओवर अब्दुल रज्जाक को देते क्योंकि सईद बायें हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ सहज नहीं होते।

उन्होंने कहा, ‘‘हाँ, सईद को बायें हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ परेशानी होती है और इतनी मुश्किल स्थिति में रज्जाक के अनुभव का इस्तेमाल करता लेकिन हार के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराना अनुचित होगा क्योंकि पूरा श्रेय ऑस्ट्रेलिया को जाता है जिसने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे क्यों चैम्पियन टीम है।’

तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का भी मानना है कि अंतिम ओवरों में कुछ कमी थी। उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि शायद कप्तान को खिलाड़ियों को एक साथ इकट्ठा करके बात करनी चाहिए थी या 19वें ओवर में आमेर के काफी रन देने के बाद अपने सीनियर खिलाड़ियों से बात करनी चाहिए थी कि अंतिम ओवर किसे दिया जाए।’

उन्होंने कहा ‘ऐसे हालातों में हमेशा अच्छा रहता है कि कप्तान खिलाड़ियों से बात करे और फैसला करे। मैं अंतिम ओवर में गेंदबाजी के लिए किसी अन्य विकल्प पर विचार करता।’(भाषा)