आम बजट, बीमारी से भयंकर इलाज
नई दिल्ली। वित्त मंत्री चिदंबरम ने आम चुनावों से पहले ऐसा बजट पेश किया है जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की होगी। मध्य वर्ग को उनसे सबसे ज्यादा उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने मध्य वर्ग को ही सबसे ज्यादा निराश किया है।इस बजट का निराशाजनक पहलू यह है कि सरकार बस्तुओं के उत्पादन को तो बढ़ाना चाहती है, लेकिन उद्योग क्षेत्र के मामले में सरकार ने सबसे ज्यादा निराश किया है। कई उद्योग क्षेत्र ऐसे हैं जिनके लिए बजट में कुछ भी नहीं है। सीमेंट जैसे प्रतियोगी क्षेत्र के लिए सरकार से किसी राहत की उम्मीद नहीं थी, लेकिन इस रीयल ए स्टेट और इंफ्रास्टक्चर क्षेत्र इस पर निर्भर रहता है। बजट में इन दोनों क्षेत्रों को भी कोई राहत नहीं दी गई।विमानन के क्षेत्र में सरकार ने ऐसे प्राबधान नहीं किए हैं यह मुश्किलों से राहत महसूस करे। हास्पिटलटी उद्योग के लिए सरकार ने कोई राहत की घोषणा नहीं की है। लगभग ऐसा ही हाल मीडिया और एंटरटेनमेंट उद्योग का है जोकि सरकार से मदद की उम्मीद लगाए थे, लेकिन सरकार के इस क्षेत्र को भी निराश किया। हेल्थकेयर और हॉस्पिटल उद्योग को शोध और विकास के लिए राहतों की उम्मीद थी लेकिन सरकार के यथा स्िथतिवादी बजट ने निराश ही ज्यादा किया है। (एजेंसी)