पानी के अंदर बिंदास घूम सकेगा इंसान!
नई दिल्ली। जलीय जीवों की तरह पानी के अंदर लंबे समय तक रह पाने की कल्पना मुनष्यों के लिए हमेशा से ही काफी रोमांचक रही है लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इस रोमांच को हकीकत में बदल डाला है।
डेनमार्क के सिडांस्क विश्वविद्यालय में लंबे समय तक शोध करने के बाद प्रोफेंसर क्रिस्टीन मैकेंजी ने एक्वामैन नाम से एक ऐसा क्रिस्टल तैयार किया है जिसमें बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन को संरक्षित करके रखा जा सकता है। ऐसे क्रिस्टल आपको घंटों पानी के अदंर ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकते हैं।
इससे सबसे बड़ा फायदा उन गोताखोंरो को होगा जो पानी के अंदर रहने के लिए भारी भरकम ऑक्सीजन सिलेंडर अपने कंधों पर ढोकर ले जाते हैं।
क्रिस्टीन का कहना है कि सामान्य तौर पर ऑक्सीजन का घनत्व जिस मात्रा में होता है उससे कहीं ज्यादा घनत्व इन क्रिस्टलों में रखा जा सकता है। यह एक तरह से ऑक्सीजन को संपीडित अर्थात कम्प्रेस्ड रूप में रखे जाने की व्यवस्था है।
इन क्रिस्टलों की एक बड़ी खासियत यह भी है कि यह पानी में मौजूद आक्सीजन को भी निरंतर सोखते रह सकते हैं ऐसे में इसको साथ लेकर पानी में जाने वाले गोताखोरों को सांस लेने भर की ऑक्सीजन हमेशा मिलती रह सकती है।
उन्होंने कहा कि इन क्रिस्टलों में एक आक्सीजन टैकों की क्षमता से करीब तिगुनी ऑक्सीजन रखी जा सकती है। तापमान में थोड़ी सी गर्माहट आते ही क्रिस्टलों से ऑक्सीजन का निकलना शुरू हो जाता है।
अब वैज्ञानिक यह पता लगाने में जुटे हैं कि क्या प्रकाश के प्रभाव से भी इन क्रिस्टलों को सक्रिय करके ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है या नहीं। अभी यह प्रयोग आरंभिक चरण में है लेकिन जब यह व्यावसायिक इस्तेमाल में आ जाएगा तब पानी के उपर की उछल कूद से ज्यादा पानी के भीतर रहने का रोमांच निश्चित रूप से लोगों को ज्यादा आकर्षित करेगा। (वार्ता)