मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025
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Written By ND

सूखती जा रही नदी

सूखती जा रही नदी -
हम मोटे हुए
पर तुम दुबली
क्यों हो गई?
क्या कोई भी
खयाल नहीं रखता तुम्हारा?

तभी तो तुम
सूखती जा रही हो।
- अज्ञात