मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025
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Written By WD

रंगीली होली

रंगीली होली -
महेंद्र सांघी

NDND
आँख बंदकर सपना देखा
मधुर मिलन के आलिंगन का
पलक खुली तो देखा लिपटा था
झोंका एक मनभावन रंग का

पिचकारी
मुफ्‍त पिचकारी का ऑफर पाकर
बच्चे और माँ बाप दौड़े चले आएँ
विक्रेता ने कहा ये लो मुफ्त पिचकारी
बस इसमें भरे पानी की कीमत 10 रुपए चुकाएँ

स्पीड ब्रेकर
आना चाहता हूँ तेरी गली
रंग से भरी बाल्टी लेकर
क्या करूँ मगर तेरा भाई
राह खड़ा है बनकर स्पीड ब्रेकर

ऊँचे लोग
ऊँची पसंद
भूलते जा रहे हैं
होली के रंग