सोमवार, 2 दिसंबर 2024
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Written By ND

यही सयानो काम

यही सयानो काम -
-दिनेश दर्प
फल मंडी की
आमसभा में
पपीता था गुर्राया
इतने गुण हैं मुझमें जानो
एक-एक था गिनाया

फुसफुसाकर अनार बोला
मैं क्या किसी से कम हूँ
एक अनार और सौ बीमार हों
करता ताजा दम हूँ-

भौंहें तिरछी कर बेर बोला
मुझमें बड़ी है खूबी
मेरे स्वाद का मजा अनोखा
मुझसी चीज न दूजी

बेर की बात सुन, सेब हँस पड़ा-
बोला फिर बड़बोला
बड़े-बड़े शहरों में प्यारे
है हमारा ही टोला

सबकी बात सुन फिर अंत में
बोला मीठा आम
छोड़ के विवाद एक हो जाओ
यही सयाना काम