सबसे बड़ा 3 डी नक्शा हुआ तैयार
खगोलशास्त्रियों ने सुदूर ब्रह्मांड का अब तक का सबसे बड़ा 3डी (त्रिआयामी) नक्शा बनाने का दावा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि चूंकि ब्रह्मांड के इस हिस्से से प्रकाश के आने में अरबों साल लगते हैं, उनका यह नक्शा दिखाता है कि 11 अरब साल पहले ब्रह्मांड कैसा दिखता था। वैज्ञानिकों के अनुसार उन्होंने यह नक्शा तीसरे सोलान डिजिटल स्काई सर्वे (एसडीएसएस-3) की मदद से 14000 कसार से आए प्रकाश की मदद से बनाया है। कसार आकाशगंगाओं के केंद्र में रहने वाले बेइंतहा वजन वाले ब्लैक होल हैं। यह नक्शा बैरियोन ओसिलेशन स्पेक्ट्रोस्कोपिक सर्वे (बीओएसएस) एसडीएसएस-3 के सबसे बड़े सर्वेक्षण का नतीजा है। इसके मुख्य शोजकर्ता अमेरिकी ऊर्जा विभाग के लॉरेंस बर्कले लेबोरेटरी के डेविड शेलजेल हैं। यह विशालकाय नया नक्शा एनाहीम में अमेरिकन फिजिकल सोसायटी के अप्रैल में हुई बैठक में प्रदर्शित किया गया था। इसे बू्रकहेवन लेबोरेटरी के एन्ज स्लोसार ने बैठक में सबके समक्ष प्रस्तुत किया था। स्लोसार ने कहा कि कसार ब्रह्मांड के सर्वाधिक चमकीली चीज हैं, जिनका इस्तेमाल हम सुविधाजनक बैकलाइटों के तौर पर हाइड्रोजन गैस को चमकीला बनाने के लिए करते हैं। यही गैस हमारे और कसार के बीच ब्रह्मांड को भरने का काम करती है। स्लोसार ने कहा कि हम उनकी छाया देख सकते हैं और इसके विस्तृत विवरण को भी जान सकते हैं। सबसे रोचक बात यह है कि इससे हमें ब्रह्मांड को बहुत दूर तक देखने का मौका मिलता है, जहां पर इकलौती आकाशगंगाओं की स्थितियों का आकलन करना अव्यवहारिक होता है।