मुंबई का अंतिम मैच रॉयल चैलेंजर्स से
राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ जीतने की स्थिति में पहुँचने के बावजूद आखिरी गेंद पर मैच हारने से मुंबई इंडियन्स के लिए सेमीफाइनल की राह बहुत मुश्किल हो गई है।अब उसे सेमीफाइनल में पहुँचने की उम्मीदों को जिन्दा रखने के लिए अपने अंतिम लीग मैच में बुधवार को यहाँ बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।अपनी इस नाजुक स्थिति के लिए मुंबई इंडियन्स एक हद तक खुद जिम्मेदार है। टूर्नामेंट में लगातार चार मैच हारने के बाद मुंबई ने लगातार छह मैच जीते, लेकिन उसके बाद उसने लगातार तीन मैच गँवा दिए। पिछले तीन में से दो मैचों में उसकी पराजय आखिरी गेंद पर रही थी।राजस्थान से पराजय के बाद मुंबई के कप्तान सचिन तेंडुलकर ने कहा कि मैं नहीं जानता कि ऐसा क्यों हो रहा है। जो मैच हमने लगभग जीत लिए थे वे हमने अपने हाथों से निकल जाने दिए। हमारे लिए स्थिति अब बहुत मुश्किल हो गई है।सचिन ने कहा कि हमने कामनसेंस का इस्तेमाल नहीं किया। यदि हमने कामनसेंस का इस्तेमाल किया होता तो हम मैच जीत जाते। मैच 90 प्रतिशत हमारे पक्ष में था। हमारे गेंदबाजों के पास जितना अनुभव था उसे देखते हुए उन्हें सही लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करनी चाहिए थी। लेकिन मैं इस जीत के लिए राजस्थान के नीरज पटेल और रवीन्द्र जड़ेजा को श्रेय देना चाहूँगा जिन्होंने नाजुक मौके पर कामनसेंस के साथ बल्लेबाजी की।मुंबई की सेमीफाइनल में पहुँच ने की उम्मीदें इस बात पर भी टिकी हुई हैं कि डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद मंगलवार रात को चेन्नई सुपर किंग्स को पराजित कर दे।दूसरी तरफ राहुल द्रविड़ के नेतृत्व वाली बेंगलोर टीम ने अपने पिछले दो लीग मैच जीतकर कुछ हद तक अपनी प्रतिष्ठा बचा ली है। द्रविड़ की कोशिश रहेगी कि वे टूर्नामेंट का अपना आखिरी लीग मैच भी जीत लें। हालाँकि बेंगलोर को अपने घरेलू मैदान पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। उसने अपने मैदान अब तक छह में से मात्र एक जीता है।यदि रॉयल चैलेंजर्स अपने पिछले दो मैचों के प्रदर्शन को बरकरार रखते हैं तो वे अपने आखिरी मैच में मुंबई के चैलेंज को भी ध्वस्त कर सकते हैं।विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट भले ही जीत लिया हो, लेकिन कैरेबियाई कोच का कहना है कि उनकी टीम को कंगारू टीम की कमजोरियों के बारे में पता चल चुका है और उसे हराया जा सकता है।