सचिन के सूरमाओं की अग्नि परीक्षा
मुंबई का मुकाबला राजस्थान रॉयल्स से
इंडियन प्रीमियर लीग के सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए मुंबई इंडियन्स को अब बाकी दोनों मैच हर हालत में जीतने हैं और कल पहले मैच में टूर्नामेंट की टीम नंबर वन राजस्थान रॉयल्स से पार पाना उसके लिए इतना आसान नहीं होगा। मुंबई को हालाँकि इस बात की मनोवैज्ञानिक बढ़त मिलेगी कि पिछली बार उसने शेन वॉर्न की टीम को उसी की माँद में खदेड़ा था। इसके अलावा विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ग्रीम स्मिथ का अनफिट होना भी उसके लिए फायदे की बात है। कप्तान सचिन तेंडुलकर की वापसी के बावजूद मुंबई इंडियन्स एक टीम के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर सकी है। श्रीलंकाई आक्रामक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या, दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज शान पोलाक, रॉबिन उथप्पा और खुद सचिन ने कुछ मैचों में शानदार खेल दिखाया है लेकिन एक टीम के रूप में अच्छा नहीं खेल पाने का खामियाजा उन्हें कुछ नजदीकी मुकाबले हारकर चुकाना पड़ा। इससे अब मुंबई इंडियंस के सामने 'करो या मरो' की स्थिति आ गई है। उसके 12 मैचों में 12 अंक है और यदि वे बाकी दोनों मैच जीतते भी है और चेन्नई भी 27 मई को डेक्कन चार्जर्स को आखिरी मैच में हरा देता है तो दोनों के 16 अंक हो जाएँगे। यदि मुंबई और चेन्नई दोनों हारते हैं तो दिल्ली डेयरडेविल्स अंतिम चार में पहुँचेगा जिसके 14 मैचों में 15 अंक हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स के हाथों कल मिली हार से मुंबई का आत्मविश्वास जरूर डोला होगा। इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब ने उसे एक रन से हराया था जिसके बाद मुंबई ने अंपायर सुरेश शास्त्री के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। वहीं जबर्दस्त आत्मविश्वास से ओतप्रोत वॉर्न की टीम को हराना मुंबई के लिए इस बार बहुत मुश्किल होगा। राजस्थान के हौसले इतने बुलंद है कि उसने अपने ट्रंपकार्ड शेन वॉटसन के बिना भी चेन्नई सुपर किंग्स को हरा दिया। बारह मैचों में 20 अंक लेकर सेमीफाइनल में पहुँची मेजबान टीम अब प्रयोग कर सकती है। दबाव के हालात में बेहतरीन खेल दिखाने का हुनरवॉर्न ने अपने खिलाड़ियों को बखूबी सिखा दिया है। मेजबान टीम का इरादा मुंबई से पिछली हार का बदला चुकता करने का भी होगा। शातिर कप्तान वॉर्न ने पहले सौरव गांगुली की कोलकाता नाइट राइडर्स को बाहर किया और अब उनके निशाने पर सचिन की टीम है। स्मिथ के नहीं खेलने पर भी मेजबान टीम के पास कामरान अकमल स्वप्निल असनोदकर युसूफ पठान और मोहम्मद कैफ जैसे फार्म में चल रहे बल्लेबाज हैं। इसके अलावा गेंदबाजी में सोहेल तनवीर, मुनाफ पटेल और खुद वॉर्न ने कमाल दिखाया है। मीडिया प्रवक्ता मनीष शर्मा ने इन रपटों को खारिज किया है कि गुज्जरों के विरोध प्रदर्शन के कारण मैच के आयोजन में कोई दिक्कत आएगी। उन्होंने कहा दोनों टीमें यहाँ पहुँच रही है और कोई परेशानी नहीं है। क्यूरेटर तापस चटर्जी और अब्दुल सईद के मुताबिक सवाई मानसिंह स्टेडियम की पिच स्पोर्टिंग होगी।