मुंबई और चेन्नई अगले मैच हार जाएँ-सहवाग
वीरेन्द्र सहवाग बेशक 'टीम इंडिया' में सचिन तेंडुलकर और महेन्द्रसिंह धोनी के साथ खेलते हों1 लेकिन आईपीएल में इस समय वह हाथ जोडकर प्रार्थना करने में लगे है कि काश सचिन की मुंबई और धोनी की चेन्नई टीम अपने अगले मैचों में हार जाए ताकि उनकी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम आईपीएल ट्वेंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुँच सके।दिल्ली डेयरडेविल्स की शनिवार रात यहाँ फिरोजशाह कोटला मैदान में मुंबई इंडियन्स के खिलाफ पाँच विकेट की रोमांचक जीत से राहत महसूस कर रहे दिल्ली के कप्तान सहवाग ने कहा कि हमारे लीग मैच खत्म हो चुके है।अब हमें अगले चार दिन कोई मैच नही खेलना है, लेकिन इस दौरान हम यही दुआ करेंगे कि मुंबई और चेन्नई अपने अगले मैचों में हार जाएँ ताकि दिल्ली का सेमीफाइनल में पहुँचने का रास्ता साफ हो सके। दिल्ली के 14 लीग मैच खत्म होने के बाद 15 अंक है1 चेन्नई सुपर किंग्स के 13 मैचों से 14 अंक है और यदि उसे सेमीफाइनल में पहुँचना है तो उसे डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच जीतना होगा। मुंबई के 12 मैचों में से 12 अंक है और यदि उसे सेमीफाइनल में पहुँचना है तो उसे अपने अंतिम दो मैचों में राजस्थान रॉयल्स और बेंगलोर रायल चैलैंजर्स को हराना होगा1सहवाग ने कहा कि हमने टूर्नामेंट में दो बेहद नजदीकी मुकाबले हारे थे। यदि हमने ये मुकाबले जीत लिए होते तो आज हम सेमीफाइनल में बैठे होते और चेन्नई तथा मुंबई अंतिम चार के लिए संघर्ष कर रहे होते। यह पूछने पर कि अगले चार दिन वह क्या करेंगे? सहवाग ने कहा हम गोवा छुट्टियाँ मनाने नहीं जा रहे हैं लेकिन अगले चार दिन मुंबई और चेन्नई की हार के लिए दुआ जरूर करेंगे। सहवाग ने मुंबई के खिलाफ जीत का सारा श्रेय 'मैन ऑफ द मैच' दिनेश कार्तिक को देते हुए कहा कार्तिक ने हमें एकतरफा अंदाज में मैच जिताया जब तक वह क्रीज पर थे, हमें जीत की पूरी उम्मीद थी। यदि वह आउट हो जाते तो हमारे लिए जीतना मुश्किल हो जाता। कार्तिक ने नाबाद 56 रन बनाए और माहरूफ (नाबाद 20) के साथ छठे विके लिए 49 रन की मैच विजयी साझेदारी की। सहवाग ने माहरूफ की भी सराहना करते हुए कहा कि वह उन पर किसी बल्लेबाज से ज्यादा भरोसा रखते हैं। उन्होंने कहा कि माहरूफ काफी अनुभवी खिलाड़ी है और वी चौके छक्के मारने की क्षमता रखते हैं। सहवाग ने साथ ही कहा कि दिल्ली का मध्यक्रम सही समय पर काम आया। दिल्ली के कप्तान ने अपने गेंदबाजों की भी सराहना करते हुये कहा कि उन्होंने मुंबई को जोरदार शुरुआत के बाद 176 रन पर रोक दिया। शान पोलक के साथ पहले ओवर की अपनी बहस के बारे में पूछने पर सहवाग ने कहा मैंने जब पोलक को चौका मारा था तब पोलक के पास से गुजरते हुये मुझे लगा कि उन्होंने गुस्से में मुझे कोहनी मारी है, लेकिन पोलक ने मुझसे कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है वह अपनी गेंदबाजी से हताश थे। सचिन के खिलाफ कप्तानी के लिये सहवाग ने कहा उनके विरुद्ध खेलने में मजा आया, लेकिन हरकोई उनके साथ खेलना चाहेगा उनके खिलाफ नहीं। सहवाग ने अंत में कहा मुझे लगता है कि अब भाग्य हमारे साथ हो गया है और मुझे उम्मीद है कि हम सेमीफाइनल में पहुँच सकेंगे।