रॉयल्स को करनी होगी राइडर्स की सवारी
गत चैम्पियन राजस्थान रायल्स की टीम को अगर अपने खिताब की रक्षा करनी है तो उसे बुधवार को स्थानीय किंग्समीड के मैदान पर कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में पटखनी देनी ही होगी।राजस्थान का अब सिर्फ एक मैच बचा है और मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइटराइडर्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के अलावा बाकी बचे पाँच टीमों के अंतिम चार में पहुँचने का फैसला इसी एक बाकी बचे मैच से होगा। हालाँकि दिल्ली की टीम पहले ही सेमीफाइनल में पहुँच चुकी है।किसी भी टीम की हार का फायदा दूसरी टीम को मिलेगा तो पंजाब किंग्स इलेवन, चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रायल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और डेक्कन चार्जर्स की टीमें अपने बचे एक मैच को जीतकर आईपीएल खिताब जीतना ही चाहेंगे।राजस्थान रायल्स की सबसे बडी समस्या है कि उसके पास मैच जिताऊ खिलाड़ियों की कमी है। उनकी टीम में खुद कप्तान शेन वॉर्न, ग्रीम स्मिथ और युसूफ पठान को छोड़कर कोई भी कोई भी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है, लेकिन इन खिलाड़ियों के अपने श्रेष्ठ रंग में न रहने से वॉर्न की समस्या बढ़ गई है।वॉर्न से हर मैच में जादुई कप्तानी कर मैच जितवाने की आशा करना भी किसी लिहाज से सही नहीं है। ऐसे में टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को सम्मिलत प्रयास कर जीत हासिल करनी होगी।ग्रीम स्मिथ और युसूफ पठान एकाध मैच को छोड़कर बाकी मैचों में चल नहीं पाए हैं और बाकी के बल्लेबाजों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। हालाँकि नवोदित रवींद्र जडेजा ने कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है।ऐसे में टीम अपनी गेंदबाजी के बूते ही अपनी नैया पार लगा सकती है। मुनाफ पटेल, सिद्धार्थ त्रिवेदी, रवींद्र जडेजा और खुद कप्तान वॉर्न को इस मोर्चे पर अपना सर्वस्व झोंककर जीत के लिए प्रयास करना होगा। इसके अलावा चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ सोमवार को 189 रनों के स्कोर का सफल तरीके से पीछा करने के बाद वॉर्न की टीम कोलकाता को हलके में लेने की गलती नहीं करेगी।कोलकाता के लिए अब टूर्नामेंट में कुछ भी नहीं बचा है, लेकिन जिस तरह से पिछले मैच में टीम ने धोनी की टीम को हराया है उसके बाद टीम इस साल आईपीएल के अपने अंतिम मैच में भी जीत हासिल कर अभियान का सुखद समापन करना चाहेगी।टीम के कप्तान ब्रैंडन मैक्कुलम इस समय शानदार फॉर्म में हैं और एक बार फिर जीतने के लिए टीम को अपने जीत के लिए अपने कप्तान पर निर्भर रहना होगा। टीम के गेंदबाजों ईशांत शर्मा, मुरली कार्तिक, अशोक डिंडा और अजंता मेंडिस के प्रदर्शन में अस्थिरता के कारण जीत के लिए उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।