मुंबई के लिए प्रतिष्ठा का मुकाबला
सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुके मुंबई इंडियंस आईपीएल की अंक तालिका में शीर्ष पर काबिज दिल्ली डेयरडेविल्स से गुरुवार को प्रतिष्ठा के मुकाबले में भिड़ेंगे तो उनका इरादा जीत के साथ विदा लेने का होगा।सातवें स्थान पर काबिज सचिन तेंडुलकर की टीम ने पहले ही मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को हराकर शानदार शुरुआत की थी लेकिन चार सप्ताह के भीतर वे अंक तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर खिसक गए। अब तक 13 मैचों में पाँच जीत और सात हार के बाद उसके 11 अंक हैं।तेंडुलकर और सनत जयसूर्या के रूप में उसके पास सबसे खतरनाक सलामी जोड़ी थी, जबकि ड्वेन ब्रावो और जेपी डुमिनी भी टी-20 क्रिकेट में उपयोगी बल्लेबाज हैं। गेंदबाजी में उसके पास जहीर खान और श्रीलंका के लसिथ मलिंगा जैसे गेंदबाज हैं तो स्पिन का जाल बुनने के लिए हरभजन सिंह जैसा ऑफ स्पिनर। इसके बावजूद टीम अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर सकी और अंतिम चार की दौड़ से बाहर हो गई।दूसरी ओर सेमीफाइनल में पहुँच चुकी दिल्ली के 13 मैचों में नौ जीत के साथ 18 अंक हैं और वह पूरे इत्मीनान के साथ खेल सकती है। वीरेंद्र सहवाग की टीम को हालाँकि पिछले मैच में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स ने हरा दिया लेकिन अब वह आखिरी लीग मैच जीतकर पूरे मनोबल के साथ सेमीफाइनल में उतरना चाहेगी।अभी तक रन बनाने का जिम्मा एबी डिविलियर्स और तिलकरत्ने दिलशान ने संभाल रखा है, लेकिन चिंता का सबब गौतम गंभीर और सहवाग का खराब फॉर्म है। भारतीय टीम के ये सलामी बल्लेबाज अभी तक पिछले साल वाला फॉर्म नहीं दिखा सके हैं। गेंदबाजों में आशीष नेहरा 18 विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं। प्रदीप सांगवान और डर्क नानेस ने उनका बखूबी साथ निभाया है। वैसे तेंडुलकर और जयसूर्या का सामना करना उनके लिए आसान नहीं होगा जो आखिरी लीग मैच में अपने बल्ले से आग उगलने को बेताब होंगे।