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Written By भाषा

धोनी ने दिए बदलाव के संकेत

धोनी ने दिए बदलाव के संकेत -
गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन से नाराज चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने कहा कि टीम में बदलाव लाने का समय आ गया है।

पिछले साल फाइनल में पहुँचने वाली सुपर किंग्स की टीम डेक्कन चार्जर्स के हाथों छह विकेट की शिकस्त के बाद पाँच मैचों में से सिर्फ एक में जीत दर्ज कर पाई है और धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे सत्र में टीम के खराब प्रदर्शन के लिए गेंदबाजों पर अगुली उठाईँ।

निराश धोनी ने मैच के बाद कहा कि मुझे लगता है कि गेंदबाज हमें निराश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें कुछ नया करना होगा, शायद कुछ और संयोजन आजमाने होंगे और अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परखना होगा।

एडम गिलक्रिस्ट और हर्शल गिब्स के बेहतरीन फार्म में होने के कारण चेन्नई के गेंदबाज संघर्ष करते दिखे। लक्ष्मीपति बालाजी ने 3.3 ओवर में 41 रन देकर सिर्फ एक विकेट चटकाया, जबकि मनप्रीत गोनी ने अपने एकमात्र ओवर में 20 रन खर्च कर डाले, जिसके बाद धोनी ने उन्हें दोबारा गेंदबाजी का मौका नहीं दिया।

अन्य गेंदबाजों में जोगिंदर शर्मा ने अपने एकमात्र ओवर में 14 रन दिए जबकि एल्बी मोर्कल ने तीन ओवर में 29 रन पिटवाए, लेकिन एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके।

धोनी ने बल्लेबाजों को भी नहीं बख्शा और उनका मानना है कि चेन्नई के बल्लेबाज बीच के ओवरों में रन गति कायम नहीं रख पा रहे। सुपर किंग्स के कप्तान ने कहा कि हमें अच्छी शुरुआत मिल रही है, लेकिन बीच के ओवरों में हमें संघर्ष करना पड़ रहा है। मध्यक्रम नहीं चल रहा, हमें इस बारे में भी सोचना होगा।

दूसरी तरफ एडम गिलक्रिस्ट ने चेन्नई को 165 रन पर रोकने के लिए गेंदबाजों को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि चेन्नई को अच्छी शुरुआत मिली और मुझे लगता है कि उन्हें इस स्कोर पर रोककर हमने अच्छा काम किया। ऐसा लग रहा था कि वे 180 से 190 रन बनाएँगे, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने उन्हें रोक दिया।

नाबाद अर्धशतक बनाने वाले गिब्स को मैच ऑफ द मैच चुना गया और उन्होंने कप्तान को धन्यवाद देते हुए कहा कि दूसरे छोर पर गिलक्रिस्ट की मौजूदगी ने उन पर से दबाव को हटा दिया। गिब्स ने कहा कि ट्वेंटी-20 में आँख जमाने का मौका नहीं मिलता लेकिन दूसरे छोर पर गिली आक्रामक अंदाज में खेल रहे थे इसलिए मुझ पर कोई दबाव नहीं था।