रॉयल्स को हराना धोनी के लिए आसान नहीं
तीन मैचों में दो हार से पस्त चेन्नई सुपर किंग्स को अब इंडियन प्रीमियर लीग में अपने अभियान को ढर्रे पर लाने के लिए गुरुवार को राजस्थान रॉयल्स को हराना ही होगा लेकिन आत्मविश्वास से ओतप्रोत शेन वार्न की टीम को रोकना उसके लिए इतना आसान नहीं रहेगा। पाँच मैचों में से सिर्फ एक जीतकर चेन्नई अंक तालिका में छठे स्थान पर है।वहीं अभी तक लय हासिल करने को संघर्ष कर रहे गत चैम्पियन रॉयल्स ने कल दिल्ली डेयर डेविल्स के विजय अभियान को रोककर आत्मविश्वास हासिल कर लिया है। अब वह अंक तालिका में चौथे स्थान पर है।रॉयल्स को बल्लेबाजों ने निराश किया था लेकिन यूसुफ पठान और ग्रीम स्मिथ ने कल जबरदस्त पारियाँ खेलकर विरोधी खेमों में खलबली मचा दी। रॉयल्स के गेंदबाजों ने अभी तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है।दूसरी ओर पिछले साल के उपविजेता चेन्नई का हाल बुरा है और चोट के कारण स्टार हरफनमौला एंड्रयू फ्लिंटॉफ भी लौट चुके हैं। कप्तान महेंद्रसिंह धोनी टीम में बदलाव के संकेत दे चुके हैं। धोनी का अपना फॉर्म काबिले तारीफ नहीं है। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में शुमार टीम इंडिया के कप्तान धोनी चार मैचों में 79 रन ही बना सके हैं। बल्लेबाजी का दारोमदार ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन पर आ पड़ा है जो वे बखूबी निभा भी रहे हैं। आईपीएल टू में अब तक सर्वाधिक 215 रन बना चुके आरेंज कैपधारी हेडन ने 50 से अधिक की औसत से स्कोर किया है, लेकिन बाकी बल्लेबाजों से उन्हें सहयोग नहीं मिला। मुथैया मुरलीधरन को छोड़कर चेन्नई के गेंदबाजों ने भी निराश ही किया है। मनप्रीत गोनी और लक्ष्मीपति बालाजी भी प्रभावित नहीं कर सके। दूसरी ओर वार्न की अगुआई में रॉयल्स के गेंदबाजों खासकर 20 बरस के कामरान खान ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। बल्लेबाजी में स्मिथ ने अपने अपार अनुभव की बानगी पेश की और आगे भी उन्हें अहम भूमिका निभानी होगी।