सौरव गांगुली ने मिलाया विराट कोहली से हाथ लेकिन बाद में ले लिए मजे
गौतम गंभीर बनाम विराट कोहली के बीच के विवाद की चर्चा अभी खत्म भी नहीं हुई थी कि सौरव गांगुली और विराट कोहली आईपीएल 2023 में टकरा गए। हालांकि इस बार मैच के बाद दोनों ही पूर्व कप्तानों ने हाथ मिलाया।
दिल्ली कैपिटल्स ने एक एकतरफा मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 7 विकेटों से हरा दिया। इसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच कुछ कहा सुनी हो सकती है लेकिन दोनों ने ही शांति से हाथ मिला लिया।
गौरतलब है कि पिछली बार जब दिल्ली और बैंगलोर आमने सामने हुई थी तब कोहली खासे गुस्से में थे।जब दिल्ली कैपिटल्स के 19वें ओवर में विराट कोहली ने अमन खान का कैच बाउंड्री लाइन पर लपका।
इस कैच को लेने के बाद विराट कोहली ने डगआउट में बैठे दिल्ली कैपिटल्स के निदेशक और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को घूरा। यही नहीं मैच खत्म होने के बाद जब सब एक दूसरे से हाथ मिला रहे थे तो सौरव गांगुली से विराट कोहली ने हाथ नहीं मिलाया। हालांकि दोनों ने इस बार हाथ मिलाया जिसकी तस्वीरें ट्विटर पर वायरल हुई।
लेकिन सौरव गांगुली ने विराट कोहली से बदला लेने का मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने इसके बाद विराट कोहली पर तंज कसा। मैच खत्म होने के बाद एक इंटरव्यू में प्रसारणकर्ता ने सौरव गांगुली से पूछा कि किसने आपके लिए मैच जीता तो उन्होंने इसका श्रेय विराट कोहली को दिया। इस पर अगला प्रशन आया कि कोहली ने तो 44 गेंदो पर 55 रन बनाए तो सौरव गांगुली हंसे और कहा इस कारण ही।
दरअसल इससे सौरव गांगुली ने विराट कोहली की कम स्ट्राइक रेट का मजाक उड़ाया। यह वाक्या भी सोशल मीडिया पर खासा ट्रैंड हुआ।
दोनों के बीच में यह था विवाद
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 शुरू होने के पहले विराट ने बता दिया कि वे अब टी-20 की कप्तान नहीं करेंगे। जब वे आईपीएल में आरसीबी की कप्तानी छोड़ चुके थे तो किस मुंह से देश की टीम का नेतृत्व करते। यहीं पर गांगुली को विराट पर दबाव बनाने का भी मौका मिला गया। उन्होंने विराट से वनडे कप्तानी भी छीन ली। फॉर्मूला दे दिया कि सफेद गेंद का कप्तान अलग और लाल गेंद का कप्तान अलग होना चाहिए। ये बात सही थी, लेकिन विराट इससे बड़े आहत हुए थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि उनसे वनडे में कप्तानी छिन ली गई जबकि गांगुली के सुर अलग थे। तभी इस बात के संकेत मिलने लगे थे कि विराट और गांगुली का तालमेल नहीं बन रहा है।
इसके अलावा सौरव गांगुली का एक बयान भी मीडिया की सुर्खियों में रहा। गांगुली ने कहा कि बीसीसीआई ने विराट कोहली से यह अनुरोध किया था कि वह टी-20 की कप्तानी ना छोड़े। लेकिन विराट ने जैसे ही टी-20 की कप्तानी छोड़ने का मन बनाया। वैसे ही बोर्ड को रोहित को वनडे टीम की कप्तानी सौंपने का निर्णय लेना पड़ा क्योंकि सफेद गेंद के अलग फॉर्मेट में अलग कप्तान नहीं होने चाहिए।
कोहली की कप्तानी 2017 में शुरू हुई थी जिसमें उन्होंने 95 में से 65 मैचों में देश को जीत दिलायी और उनका जीत का प्रतिशत 70.43 का रहा।टी20 विश्व कप के बाद उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ दी थी जिसमें टीम नाकआउट चरण में भी जगह नहीं बना सकी थी।