मंगलवार, 29 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. आईपीएल 2015
  4. Vaibhav Suryavanshi 14 years old boy hits second fastest IPL century is new star of indian cricket
Last Updated : मंगलवार, 29 अप्रैल 2025 (16:37 IST)

पार्ट-टाइम पत्रकार के बेटे वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट की दुनिया को हिलाया, 14 साल की उम्र में 35 गेंदों पर तूफानी शतक

Vaibhav Suryavanshi
मोहम्मद सिराज की रफ्तार, ईशांत शर्मा की उछाल, राशिद खान की फिरकी का जादू, और वाशिंगटन सुंदर की चालाकी। इन सबके सामने एक 14 साल का लड़का, बल्ला लिए मैदान पर शेर की तरह दहाड़ रहा है। गेंदें स्टैंड्स में, गेंदबाज हैरान, और दर्शक झूम रहे हैं। यह कोई सपना नहीं, बल्कि 28 अप्रैल 2025 की रात जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में रचा गया क्रिकेट का नया इतिहास है। वैभव सूर्यवंशी ने 35 गेंदों में शतक ठोककर, 17 गेंदों में अर्धशतक जड़कर, और 11 छक्कों-7 चौकों के साथ दुनिया को बता दिया, क्रिकेट का नया सिकंदर आ चुका है!
 
तूफान का नाम: वैभव सूर्यवंशी
14 साल 32 दिन की उम्र। तीसरा आईपीएल मैच। गुजरात टाइटंस के खिलाफ 210 रनों का विशाल लक्ष्य। और वैभव ने क्या किया? यशस्वी जायसवाल (70*) के साथ 166 रनों की सलामी साझेदारी, 38 गेंदों में 101 रन, 265.79 का स्ट्राइक रेट, और राशिद खान जैसे जादूगर को मिडविकेट के ऊपर छक्का जड़कर शतक पूरा। यह पारी नहीं, क्रिकेट का तहलका थी। वैभव ने आईपीएल 2025 का सबसे तेज अर्धशतक बनाया, सबसे कम गेंदों में शतक जड़ने वाले भारतीय बने, और टी-20 में क्रिस गेल (30 गेंद) के बाद दूसरे सबसे तेज शतकवीर। हद तो यह, पुरुष टी-20 में सबसे कम उम्र का शतक भी उनके नाम। 
 
छक्कों का सैलाब, गेंदबाजों का सरेंडर
वैभव का बल्ला नहीं, आग उगल रहा था। मोहम्मद सिराज की दूसरी गेंद? लॉन्ग-ऑन के पार छक्का। ईशांत शर्मा का एक ओवर? तीन छक्के, दो चौके। वाशिंगटन सुंदर? मिडविकेट पर लगातार दो छक्के। और राशिद खान? उनके खिलाफ वह ऐतिहासिक छक्का, जिसने स्टेडियम को उन्माद में डुबो दिया। वैभव ने मुरली विजय के एक पारी में 11 छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी की और यूसुफ पठान के सबसे तेज भारतीय शतक (37 गेंद) को धूल चटाई। यशस्वी जायसवाल ने कहा, “यह मेरी देखी सबसे शानदार पारियों में से एक है। 
 
सोशल मीडिया पर “एक्स” जल उठा। युवराज सिंह ने लिखा, “वैभव, तू रॉकस्टार है!” हरभजन ने कहा, “यह लड़का क्रिकेट का भविष्य है।” यहाँ तक कि पी. चिदंबरम जैसे दिग्गज भी तारीफ करते नजर आए। वैभव की पारी ने राजस्थान रॉयल्स को पांच हार के बाद जीत दिलाई और क्रिकेट की दुनिया को एक नया हीरो दे दिया।
 
सपनों से सुपरस्टार तक का सफर
बिहार के समस्तीपुर के ताजपुर कस्बे से निकला यह लड़का कोई चांदी का चम्मच लेकर नहीं आया। वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी, एक किसान और पार्ट-टाइम पत्रकार, ने अपने बेटे के लिए सबकुछ दांव पर लगा दिया। कारोबार छोड़ा, जमीन बेची, और घर के बाहर नेट लगाकर वैभव को अभ्यास करवाया। 12 साल में रणजी डेब्यू, 13 साल में अंडर-19 में शतक, और पिछले साल ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के खिलाफ 58 गेंदों में शतक, वैभव का रिकॉर्ड बुक पहले से चमक रहा था। आईपीएल डेब्यू में शार्दुल ठाकुर की पहली गेंद पर छक्का, और अब यह शतक। यह लड़का रुकने का नाम नहीं लेता!
 
चुनौतियां और चमकता भविष्य
वैभव की यह पारी क्रिकेट की किताब में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो चुकी है, लेकिन राह आसान नहीं। इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी कामयाबी के बाद अपेक्षाओं का पहाड़ और मीडिया का दबाव बढ़ेगा। उन्मुक्त चंद जैसे खिलाड़ियों की कहानी सामने है, जो प्रेशर में दब गए। वैभव के कोच और परिवार को उनकी प्रतिभा को निखारने के साथ-साथ उन्हें मानसिक तौर पर अडिग रखना होगा। 
 
लेकिन वैभव की सादगी और आत्मविश्वास देखिए। मैच के बाद बोले, “मैं सिर्फ गेंद देखता हूँ, मैदान नहीं। यह शतक मेरी मेहनत का फल है।” यह जज्बा ही उन्हें खास बनाता है। 

 
क्रिकेट का नया वैभवशाली सूरज
वैभव सूर्यवंशी सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, उन करोड़ों बच्चों की उम्मीद हैं जो छोटे शहरों, गाँवों से बड़े सपने देखते हैं। बिहार जैसे राज्य, जहाँ क्रिकेट की सुविधाएँ सीमित हैं, वहाँ से निकलकर वैभव ने साबित किया कि प्रतिभा किसी बंधन को नहीं मानती। उनकी कहानी हर उस माता-पिता के लिए प्रेरणा है जो अपने बच्चे के लिए सबकुछ कुर्बान कर देते हैं। 
 
तो, क्रिकेट प्रेमियों, तैयार हो जाइए! वैभव का तूफान अभी शुरू हुआ है। अगर यह लड़का ऐसे ही बल्ला घुमाता रहा, तो क्रिस गेल का 30 गेंदों का रिकॉर्ड भी खतरे में पड़ सकता है। क्या कहते हो, अगला शतक कितनी गेंदों में? वैभव सूर्यवंशी, तू सचमुच कमाल है...