सुनीता विलियम्स ने तीसरी बार अंतरिक्ष में भरी उड़ान, रचा इतिहास
Sunita Williams record : भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बुधवार को बुच विल्मोर के साथ तीसरी बार अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना हुई। दोनों ने बोइंग कंपनी के स्टारलाइनर यान से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जाने वाले पहले सदस्य बनकर इतिहास रच दिया।
विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर बोइंग का क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन कई बार के विलंब के बाद फ्लोरिडा के केप कैनवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से रवाना हुआ। विलियम्स और विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने में 25 घंटे का समय लगेगा।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में अपनी पहली पारी में ही 195 दिनों तक रहने का रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने शैनौन ल्यूसिड के बनाए 188 दिन और 4 घंटे के रिकॉर्ड तोड़ रिकॉर्ड दर्ज किया था। सुनीता विलियम्स कुल 321 दिनों 17 घंटे और 15 मिनट तक अंतरिक्ष में रहीं। हालांकि सुनीता भारतीय मूल की दूसरी अंतरिक्ष महिला यात्री हैं। पहली महिला कल्पना चावला थीं।
सुनिता विलियम्स के बारे में खास बातें
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सुनीता गुजरात के अहमदाबाद से थीं। सुनीता विलियम्स का जन्म 19, सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो के क्लीवलैंड में हुआ था।
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सुनीता ने मैसाचुसेट्स से हाईस्कूल पास करने के बाद 1987 में संयुक्त राष्ट्र की नौसेना अकादमी से फिजिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया था।
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सुनीता के जन्म के पहले ही 1958 में अहमदाबाद से अमेरिका के बोस्टन में बस गए थे।
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सुनीता विलियम्स का 1998 में जून में अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा में सिलेक्शन हुआ था। सुनीता 2006 में पहली बार अंतरिक्ष गई थी। लेकिन 2003 में कोलंबिया में हादसा होने हुआ था जिसमें कल्पना चावला सहित अन्य अंतरिक्ष यात्रा की मृत्यु हो गई थी। इस वजह से सुनीता का भी मिशन लंबे समय तक टलता रहा।
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सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष यात्री होने के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी परिपक्व थी। वह नौसेना पोत चालक, हेलिकॉप्टर पायलट, पेशेवर नौसैनिक, मैराथन धावक भी रही हैं।
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सुनीता विलियम्स को भारत सरकार द्वारा साल 2008 में साइंस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
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सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में लंबे समय तक रूकने का रिकॉर्ड तो बनाया था, साथ ही उन्हें 50 घंटे तक स्पेस वॉक करने का रिकॉर्ड भी बनाया था। और ऐसा करने वाली वे पहली अंतरिक्ष यात्री रही हैं।
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कोविड काल में सुनीता विलियम्स ने भारतीय छात्रों को सीख दी जो अमेरिका में फंसे हुए थे। उन्होंने कहा कि, 'इस वक्त में लोग अपने समाज के लिए सकारात्मक और सार्थक योगदान दे सकते हैं। जून 2016 में पीएम मोदी अमेरिकी यात्रा पर गए थे, उस दौरान उन्होंने सुनीता विलियम्स से मुलाकात भी की थी।
Edited by : Nrapendra Gupta