लोगों की सेक्स लाइफ पर सरकार की नजर...
लोगों की भलाई सरकार का सबसे पहला कर्तव्य है लेकिन क्या आम लोगों के यौन आचरण और व्यवहार पर भी सरकारी निगाह होनी चाहिए? सुनने में तो अजीब लगता है लेकिन स्वीडन की सरकार ने तीन साल के लिए आम लोगों के यौन जीवन के अध्ययन का फैसला किया है।
एक टैबलॉइड के सर्वे के मुताबिक स्वीडन में लोग कम सेक्स कर रहे हैं और इससे ज्यादा संतुष्ट नहीं हैं। स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्री गेब्रियल विकस्ट्रॉम ने डागन्स न्यूहेटर अखबार में लिखा है कि सर्वे सही है या नहीं, इस पर अध्ययन किया जाना चाहिए और अगर सही है तो इसकी वजह का पता लगाया जाना चाहिए।
ये अध्ययन स्वीडन की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी करेगी और इसकी रिपोर्ट जून 2019 में आएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर तनाव, वर्जिश की कमी या अन्य कारणों से लोगों की सेक्स में दिलचस्पी घट रही है तो ये राजनीतिक समस्या भी है।
उन्होंने कहा कि ये विरोधाभास है कि जीवन में सेक्स की अहमियत व्यापक है लेकिन राजनीतिक बहस में सेक्स के विषय पर चर्चा को लेकर शर्म महसूस की जाती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यौन स्वास्थ्य नीति में सिर्फ यौन संबंधी बीमारियों, अनचाहे गर्भ या बलात्कार जैसी समस्याओं पर ही नहीं बल्कि सेक्स से जुड़े सुख पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेक्स को लेकर लोगों के रवैये में बदलाव लाने की जरूरत है।