लादेन एनकाउंटर : पाकिस्तान के बारे में नया खुलासा
वॉशिंगटन। अमेरिका को अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के खिलाफ चलाए गए अभियान के लिए सारी खुफिया जानकारी पाकिस्तान से मिली थी, हालांकि इसकी सफलता को दुनिया के सामने अमेरिका की बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश किया गया और पाकिस्तान को खलनायक बना दिया गया।
अमेरिकी खोजी पत्रकार और लेखक सिमोर एम हर्षे ने पाकिस्तान के अखबार डॉन को दिए साक्षात्कार में यह दावा किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिका ने लादेन के खिलाफ जो गुप्त अभियान चलाया था, उसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पूरी मदद की थी। यदि यह मदद नहीं मिलती तो अमेरिका के लिए ओसामा तक पहुंचना हरगिज संभव नहीं था।
उन्होंने कहा कि आईएसआई नहीं चाहती थी कि अभियान में पाकिस्तान के शामिल होने का कोई भी गवाह जिंदा बचे, लिहाजा अमेरिका के साथ ही आईएसआई की भी यही इच्छा थी कि ओसाबा को खत्म कर दिया जाए।
लेखक का कहना है कि अमेरिकी सरकार इस अभियान का पूरा श्रेय अभी तक खुद ही लेती रही है और यह दावा करती है कि तात्कालीन पाकिस्तानी सैन्य जनरल अशरफ परवेज कियानी या फिर आईएसआई के मुखिया जनरल अहमद शुजा पाशा को इसकी भनक भी नहीं थी। हर्षे के अनुसार यह दावा पूरी तरह गलत और झूठा है। अमेरिका का यह दावा 'एलिस इन वंडर लैंड” की कहानी जैसा ही रूमानी और काल्पनिक है।
लेखक का कहना है कि यह बात किसी के गले नहीं उतर सकती कि ओसामा जैसा दुर्दांत और शातिर आतंकवादी पाकिस्तान में इस्लामाबाद से महज 40 किलोमीटर दूर एक ऐसे स्थान पर छुपा रहा होगा, जहां कोई भी आसानी से पहुंच सकता था।