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Last Updated : शनिवार, 9 मार्च 2019 (22:00 IST)

लंदन में आलीशान अपार्टमेंट में रह रहा नीरव मोदी, जल्द जारी हो सकता है गिरफ्तारी वारंट

Neerav Modi। लंदन में आलीशान अपार्टमेंट में रह रहा नीरव मोदी, जल्द जारी हो सकता है गिरफ्तारी वारंट - Neerav Modi
लंदन। ब्रिटेन के गृहमंत्री साजिद जाविद ने पंजाब नेशनल बैंक के साथ हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए भारत की अर्जी को प्रमाणित कर दिया है। ब्रिटेन में प्रत्यर्पण कार्रवाई से जुड़े अधिकारियों ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। माना जा रहा है कि आगामी कुछ हफ्तों में नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है।
 
मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत से भागा यह हीरा कारोबारी इस समय लंदन में खुलेआम एक महंगे फ्लैट में रह रहा है और यहीं से हीरे का नया कारोबार कर रहा है। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के साथ 2 अरब डॉलर (करीब 14 हजार करोड़ रुपए) की धोखाधड़ी करने का आरोप है। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी का भी नाम है।
 
ब्रिटेन के अखबार 'दि डेली टेलीग्राफ' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नीरव मोदी ने लंदन के वेस्ट एंड इलाके में एक आलीशान अपार्टमेंट ले रखा है जिसकी कीमत 80 लाख पौंड (करीब 73 करोड़ रुपए) है और इसका मासिक किराया 17 हजार पौंड आंका गया है। खबर के मुताबिक नीरव मोदी 3 बेडरूम वाले एक फ्लैट में रह रहा है। यह फ्लैट उस इलाके की प्रसिद्ध बहुमंजिली इमारत सेंटर प्वॉइंट टॉवर के एक तल पर आधे हिस्से में बना है।
 
भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत उसके खिलाफ वारंट जारी कराने के लिए लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में जिला न्यायाधीश के समक्ष कागजात दाखिल किए जा रहे हैं। अदालती वारंट पर स्कॉटलैंड यार्ड (पुलिस विभाग) आगे की कार्रवाई करेगा।
 
भारतीय एजेंसियों को इस बारे में गुरुवार को सूचित कर दिया गया था। ब्रिटेन के अधिकारियों ने संकेत दिया कि अगले कुछ हफ्ते में नीरव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है। उसके बाद प्रत्यर्पण अनुरोध पर आगे की कार्रवाई होगी। लंदन में भारतीय उच्चायोग ने अगस्त 2018 में इस बात की पुष्टि की थी कि भारत ने ब्रिटेन सरकार को नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अर्जी दी है। इस पर ब्रिटेन सरकार विचार कर रही थी।
 
ब्रिटेन के गृह विभाग ने शनिवार को व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। विभाग ने संकेत दिया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रत्यर्पण वारंट जारी होने के बाद ही प्रत्यर्पण कार्रवाई पर आगे बढ़ा जा सकता है, जैसा कि शराब कारोबारी विजय माल्या के मामले में हुआ था।
 
उल्लेखनीय है कि बैंकों के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी किंगकिशर एयरलाइंस के प्रमुख विजय माल्या ने अप्रैल 2017 में वारंट जारी होने के बाद स्कॉटलैंड यार्ड के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। माल्या इस समय ब्रिटेन के गृहमंत्री साजिद जाविद द्वारा जारी प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ अपील करने की प्रक्रिया में है। यह खबर नीरव मोदी के महाराष्ट्र में किहिम समुद्र तट पर बने बंगले को ध्वस्त करने के 1 दिन बाद सामने आई है।
 
'टेलीग्राफ' ने कहा कि भारतीय एजेंसियों ने नीरव मोदी के बैंक खातों को सीज कर दिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है। इसके बावजूद वह लंदन में हीरे का नया कारोबार कर रहा है। 'टेलीग्राफ' ने नीरव मोदी का एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह दाढ़ी-ऐंठी मूंछें रखे और शुतुरमुर्ग (ऑस्ट्रिच) की खाल की जैकेट पहने हुए नजर आ रहा है। जैकेट की कीमत करीब 10,000 पाउंड बताई जा रही है।
 
पत्रकारों ने नीरव मोदी को रास्ते में रोककर जब उससे ब्रिटेन में राजनीतिक शरण के लिए आवेदन देने जैसे विभिन्न मुद्दों पर कुछ सवाल पूछे तो जवाब में वह 'सॉरी, नो कमेंट्स' कहकर टाल गया। अखबार की खबर के मुताबिक नीरव मोदी को कार्य एवं पेंशन विभाग ने नेशनल इंश्योरेंस नंबर दिया है जिसका मतलब है कि वह ब्रिटेन में कानूनी तरह से काम कर सकता है और ब्रिटेन में ऑनलाइन बैंक खातों का परिचालन कर सकता है।
 
नीरव मोदी के खिलाफ पिछले साल जुलाई में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। यह प्रत्यर्पण प्रक्रिया लंबित रहने के दौरान वांछित अपराधी का पता लगाने और गिरफ्तार करने का एक अनुरोध है। हालांकि यदि नीरव मोदी ने ब्रिटेन में राजनीतिक शरण पाने के लिए आवेदन दे रखा है तो उसे तब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सकता, जब तक कि ब्रिटेन का गृह कार्यालय उसकी अर्जी पर विचार नहीं कर लेता।
 
वरिष्ठ बैरिस्टर मार्क साइम्स ने कहा कि भारत जैसे संवैधानिक लोकतंत्र में रहने वालों को किसी दूसरे देश में राजनीतिक शरण पाना काफी मुश्किल है। हालांकि यदि वह इस बात का सबूत देने में कामयाब हो जाता है कि उसके खिलाफ अनुचित सुनवाई की जा रही है तो उसे कामयाबी मिल सकती है। सीधे-सरल शब्दों में कहें तो व्यक्ति को यह साबित करने की जरूरत होती है कि उसके खिलाफ सुनवाई नहीं बल्कि उसका उत्पीड़न हो रहा है। 
 
माना जा रहा है कि नीरव मोदी पिछले साल नवंबर में लंदन आया था और अपना पासपोर्ट रद्द होने के बाद वह कम से कम 4 बार ब्रिटेन आ और यहां से बाहर जा चुका है। माना जा रहा है कि नीरव मोदी ब्रिटेन में नया कारोबार चला रहा है और उसने खुद को ब्रिटेन के कंपनी कार्यालय में घड़ियों और आभूषणों के थोक कारोबारी तथा खुदरा विक्रेता के रूप में पंजीकृत कराया है।
 
हालांकि नीरव मोदी इस नए कारोबार में निदेशक के रूप में शामिल नहीं है। ब्रिटेन की मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नीरव मोदी को अपने कुत्ते के साथ फ्लैट से नए कार्यालय में जाते हुए देखा गया था। (भाषा)
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