यमन में अपहृत भारतीय पादरी ने मांगी मदद
अदन। यमन के दक्षिणी तटीय शहर अदन से पिछले वर्ष अपहृत भारतीय पादरी ने एक वीडियो के जरिए मदद मांगी है। पादरी को मार्च 2016 में वृद्ध आश्रम से अगवा कर लिया गया था।
यमन की एक वेबसाइट पर जारी हुए इस वीडियो में भारतीय पादरी फादर टॉम उजहन्नालिल काफी बीमार लग रहे है। वीडियो में वह कह रहे, ये लोग मुझे जितनी अच्छी तरह से रख सकते हैं, रख रहे हैं। मेरी तबीयत तेजी से बिगड़ती जा रही है और मुझे जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है।
उजहन्नालिल ने कहा कि अपहर्ताओं ने मांगों के साथ संयुक्त अरब अमीरात के कैथोलिक बिशप और भारत सरकार से संपर्क किया इसके बाद भी उन्हें छुड़ाने में कोई उत्साह नहीं दिखाया गया। उन्होंने कहा, मेरे प्यारे परिवार के लोगों मुझे छुड़ाने के लिए जो मदद कर सकते हो करो। ईश्वर तुम्हारा भला करेगा।
फादर उजहन्नालिल को मार्च 2016 में वृद्ध आश्रम से अगवा कर लिया गया था। उस दौरान आश्रम में चार बंदूकधारियों ने घुसकर चार भारतीय नन, दो यमनी महिलाओं, आठ बुजुर्गों और एक गार्ड समेत कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
इस हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली थी। यमन के राष्ट्रपति आबिदरब्बो मंसूर हादी ने इसे एक आतंकवादी हमला करार दिया था। इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन वीडियो में एक कार्डबोर्ड पर 15 अप्रैल 2017 की तिथि अंकित है। (वार्ता)