धर्मगुरु के कहने पर हुआ था ऐसा खूनी कांड जिसे याद कर आज भी कांपती है अमेरिका की रुह
बुराड़ी में एकसाथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों द्वारा आत्महत्या करने की घटना ने देशभर में सनसनी मचा दी थी, वहीं झारखंड में भी एक ही परिवार के 7 लोगों ने मौत को गले लगा लिया था। लेकिन वर्षों अमेरिका में एक धर्मगुरु के कहने पर 909 लोगों ने अपने जीवन को एकसाथ समाप्त कर लिया था। यह पूरी घटना ‘जोन्सटाउन मास सुसाइड’ के नाम से इतिहास के पन्नों में दर्ज है।
18 नवंबर की 1978 तारीख याद कर आज भी अमेरिका की रुह कांप जाती है। 9/11 हमले से पहले यह घटना अमेरिकी इतहिास में सबसे बड़ी मानवीय क्षति थी। दुनिया की सबसे दिल दहला देने वाली घटना पर कई डॉक्यूमेंट्री और फिल्में भी बनी हैं। अमेरिकी कोर्ट अब इसे सामूहिक आत्महत्या न मानते हुए हत्या मानता है जिसका आरोपी था जिम जोन्स।
इस दिन जोन्सटाउन नाम की जगह पर 909 लोगों ने एकसाथ आत्महत्या कर ली थी। और धर्मगुरु जिसके कहने पर सामूहिक आत्महत्या कांड हुआ था वह था जिम जोन्स। जिम जोन्स ने 'पीपुल्स टेंपल' नाम की एक कम्युनिटी बनाई थी। इस कम्युनिटी में सिर्फ वही लोग रहते थे, जो जिम जोन्स को मानते थे। वह खुद को धर्मगुरु मानता था। इन लोगों ने अमेरिका के गुयाना में घने जंगलों के बीच 3800 एकड़ में अपना एक शहर बसाया था, इसका नाम था जोन्सटाउन। इसका बाहरी संसार से कुछ लेना-देना नहीं था।
धर्मगुरु किम जोन्स को 914 लोगों का हत्यारा माना जाता है। जिम जोन्स के कहने पर 909 लोगों ने सायनाइड मिली एक ड्रिंक पीकर आत्महत्या कर ली थी। इसमें करीब 304 बच्चे और 605 व्यस्क थे। 909 आत्महत्या के अलावा ठीक उसी दिन जोन्स के कहने पर 5 हत्याएं भी हुई थीं। इसमें अमेरिकी सांसद रेयान और उनके साथ आए 4 और लोगों की हत्या हुई थीं।
नन्हे मासूमों को भी पिलवाया जहर : बताया जाता है कि अमेरिका जिम जोन्स के खिलाफ था इसलिए वह गुयाना के जंगलों के बीच चला गया और खुद की सत्ता चलाने लगा। यहां के लोग उसके आदेशों का पालन करते थे। यहां लोगों को उसके निर्देशों का पालन करना पड़ता था। जिन 909 लोगों को उसने आत्महत्या के लिए उकसाया, उसमें नन्हे बच्चे भी थे।
अंगूर के फ्लेवर के सॉफ्टड्रिंक में दिया गया जहर : बताया जाता है कि लोगों को मारने के लिए जोन्स के कहने पर बहुत बड़े से टब में अंगूर के फ्लेवर का सॉफ्ट ड्रिंक भरा गया था। इसमें खतरनाक जहर मिला हुआ था। सबसे पहले जहर एक साल के बच्चे को पिलाया गया। इसके बाद मांओं ने पहले बच्चों को जहर दिया और फिर खुद जहर पी गईं। इस दौरान कुछ लोग जोन्स के निर्देश का पालन करने से पीछे हटने लगे। ऐसे लोगों को जोन्स ने जहर पीने के लिए मनाया। जो जहर पीने से पीछे हट रहे थे, उन्हें जबर्दस्ती जहरीला इंजेक्शन दिया गया। 70 से ज्यादा लोगों के शरीर पर इंजेक्शन के निशान पाए गए थे। जहर पीने के बाद लोग बाहर खुले में जमा हो गए थे।
अपने भाषण से लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाया : किम जोन्स ने कहा कि कहा कि मरते समय वे इज्जत से मरें। उस दौरान जेम्स ने 45 मिनट तक भाषण दिया था जिसमें वो बार-बार कह रहा था कि 10 दिन की जिंदगी बहुत जालिम है, इससे बेहतर है मर जाओ। कुछ ही मिनटों में 909 लोग मौत के आगोश में समा गए और मैदान में लाशें बिछ गईं।
खुद पर चलवा दी थी गोली : अमेरिकी खूफिया एजेंसी एफबीआई को उस दिन की ऑडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त हुई थी, इसमें जेम्स अपने भक्तों को डराता हुआ दिखाई दे रहा है। वह कहता है कि हमें सरकार से खतरा है। हमारे धर्म को, हमारी इस जगह को खतरा है। ये लोग पैराशूट से यहां आएंगे। बच्चों को भी नहीं छोड़ेंगे। हमें बहुत तड़पाएंगे। यह डर दिखाते हुए जेम्स सामूहिक आत्महत्या के लिए लोगों को प्रेरित करता है। जोन्स ने खुद जहर नहीं पिया। जब उसकी लाश मिली, तो उसके सिर पर गोली का निशान था। यह माना जाता है कि उसने अपने ऊपर किसी से गोली चलवाई थी।