कश्मीर मामले पर दुनिया में अलग-थलग पड़ा पाकिस्तान, इमरान के खिलाफ उठी आवाज
वॉशिंगटन। कश्मीर मुद्दे को लेकर दुनिया के देशों के आगे गिड़गिड़ा रहे पाकिस्तान को अमेरिका से आस थी, लेकिन जी-7 में डोनाल्ड ट्रंप से पीएम नरेंद्र मोदी ने साफतौर पर कह दिया कि इस विषय पर किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है। इससे साफ हो गया है कि अब उसे अमेरिका का साथ भी नहीं मिलने वाला है। अब पाकिस्तान में भी बगावती सुर उठने लगे हैं।
कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। इसके बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने देश को संबोधित करते हुए कहा कि हम किसी हद तक जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस बीच वॉयस ऑफ कराची के चेयरमैन नदीम नुसरत का कहना है कि कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान अलग-थलग पड़ चुका है।
नदीम नुसरत ने कहा कि इमरान खान, पाकिस्तानी सेना के हाथ की कठपुतली हैं। वे वही बात बोलते हैं जो उनके मास्टर यानी सेना बुलवाना चाहती है। नदीम कहते हैं कि यह इमरान खान की बातों से स्पष्ट है।
इमरान खान ने कहा था कि दुनिया के ज्यादातर मु्स्लिम देश उनके साथ भले ही आर्थिक वजहों से साथ नहीं हों एक न एक दिन वो जरूर साथ आएंगे। वे कहते हैं कि पाकिस्तान का जब उदय उस वक्त से ही कश्मीर उनकी विदेश नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है।
नदीम नुसरत कहते हैं कि पाकिस्तान की सेना और आईएसआई करोड़ों रुपए आतंकी संगठनों के ऊपर खर्च कर रहे हैं। यही नहीं, कश्मीरी स्वतंत्रता संघर्ष के नाम पर दूतावासों में कश्मीरी कमेटी और कश्मीर डेस्क का गठन किया गया है। घरेलू राजनीति में नाकाम रहने के बाद पाकिस्तान में असमंजस के हालात बने हुए हैं।