जिस तानाशाह का अमेरिका भी कुछ नहीं बिगाड़ पाया, उसके बेटे ने की खुदकुशी
हवाना। क्यूबा के दिवंगत राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो के सबसे बड़े बेटे ने शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। वे 68 वर्ष के थे। फिदेल कास्त्रो एक ऐसे तानाशाह थे जिन्होंने अमेरिका की नाक में दम कर दिया था।
क्यूबा के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्रैनमा’ ने कहा कि चिकित्सकों का एक समूह गहरे अवसाद से पीड़ित फिदेल कास्त्रो दियाज बालार्त का कई महीनों से उपचार कर रहा था। उन्होंने शुक्रवार सुबह आत्महत्या कर ली।'
क्यूबा में उन्हें 'फिदेलितो' के नाम से जाना जाता था। शुरुआत में उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें उपचार के लिए समय-समय पर अस्पताल बुलाया जाता था। 1 सितंबर 1949 को जन्मे फिदेल जूनियर क्रांतिकारी कास्त्रो और उनकी पहली पत्नी मिरता दियाज बालार्त के पुत्र थे।
फिदेल जूनियर ने साम्यवादी शासित देश में परमाणु शक्ति कार्यक्रम के विकास का सूत्रपात करने में मदद की। वे एक वैज्ञानिक थे जिन्होंने पूर्व सोवियत संघ में प्रशिक्षण लिया था। वे क्यूबा सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार और देश की ‘अकेडमी ऑफ साइंसेस’ के उपाध्यक्ष के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। सरकारी मीडिया ने बताया कि उनका परिवार उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करेगा।