जुरासिक काल के मगरमच्छ के जीवाश्म की खोज
लंदन। मेडागास्कर में प्रागैतिहासिक काल के मगरमच्छ के जीवाश्म मिले हैं जिसके आरी की धार जैसे विशालकाय दांत हैं, जो डरावने टी-रेक्स प्रजाति के डायनासोर की तरह हैं। वैज्ञानिकों की इस खोज से नोतोसुचिया वंश की लाखों साल पुरानी गुत्थी पर प्रकाश पड़ने की उम्मीद है जिसके बारे में जुरासिक काल में पता नहीं था।
परभक्षी मगरमच्छ का पूरा नाम रजानन्द्रोन्गोने साकालावे है जिसका मतलब है- साकालावा क्षेत्र की विशाल छिपकली का पूर्वज। विशाल दांतों के साथ गहरे और बड़े जबड़े की हड्डियां आकार और आकृति में टी-रेक्स प्रजाति की तरह हैं जिससे यह पता चलता है कि ये हड्डी और रेशे जैसे सख्त ऊतक भी खाते थे।
रजानन्द्रोन्गोने साकालावे संभावित रूप से नोतोसुचिया वंश का सबसे पुराना और बड़ा मगरमच्छ है, जो इस समूह के विकासमूलक इतिहास के साथ शरीर के आकार में बेतहाशा बढ़ोतरी की घटनाओं को दिखाता है।
मिलान के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के सिमोन मैगनुको ने कहा कि मेडागास्कर के अन्य भूमि से अलग होने के दौरान के समय में इसकी भौगोलिक स्थिति देशज काल को प्रदशर्ति करती है। उन्होंने कहा कि साथ ही इससे यह संकेत मिलता है कि नोतोसुचिया की उत्पत्ति दक्षिणी गोंडवाना में हुई होगी। यह शोध पत्रिका 'पीयर्ज' में प्रकाशित हुआ है। (भाषा)