एजेंट विनोद पर पाकिस्तान में प्रतिबंध
पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने बॉलीवुड फिल्म ‘एजेंट विनोद’ पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि फिल्म में आईएसआई (पाक खुफिया एजेंसी) का नाम लिया गया है, जो यहां के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। फिल्म इसी शुक्रवार को रिलीज होने वाली थी।फिल्म के पाकिस्तानी वितरक आईएमजीसी ग्लोबल की ओर से जारी एक बयान में पुष्टि की गई है कि पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। कराची के ‘एट्रियम सिनेमाज’ के प्रवक्ता ने भी इस बात की पुष्टि की है कि फिल्म 23 मार्च को रिलीज होनी थी, लेकिन सेंसर बोर्ड ने उसे रोक दिया है।सेंसर बोर्ड की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने बताया कि यह फिल्म एक भारतीय जासूस पर आधारित है, जिसका किरदार सैफ अली खान निभा रहे हैं। इस फिल्म में आईएसआई के नाम का उपयोग किया गया है, जो पाकिस्तान के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है, इसलिए इसे प्रतिबंधित किया गया है।देश के प्रमुख अखबारों में 23 मार्च को ‘एजेंट विनोद’ के रिलीज होने को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार विज्ञापन छप रहे थे। हालांकि, सेंसर से फिल्म को मंजूरी नहीं मिलने की खबर आने के बाद कराची, लाहौर और रावलपिंडी में सिनेमा घरों ने मंगलवार को टिकट बेचना बंद कर दिया।आईएमजीसी ग्लोबल की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक फर्म के अध्यक्ष अमजद राशिद का कहना है कि फिल्म की सामग्री के कारण ‘एजेंट विनोद’ को प्रतिबंधित कर दिया गया है। राशिद ने कहा कि उन्होंने फिल्म के निर्माताओं से कहा था कि वे ‘देशों और धर्मों के किरदारों को फिल्म में कम करें'। उन्होंने कहा कि इन चीजों के साथ किसी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता।राशिद ने कहा कि मनोरंजन को भारत पाकिस्तान के बीच शांति को बढ़ावा देना चाहिए ना कि उसे भंग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्त में जब भारत और पाकिस्तान व्यापार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रहे हैं यह इस प्रक्रिया को और वातावरण को बिगाड़ सकता है । दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों के दौरों के बाद संबंधों में काफी बेहतरी आई है।इस बारे में राशिद ने कहा कि फिल्मों को ‘पाकिस्तानियों की धार्मिक और राष्ट्रीय भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए’ और ना ही भारत-पाकिस्तान की शांति प्रक्रिया की गति को धीमा करना चाहिए। (भाषा)