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Last Updated : गुरुवार, 22 मई 2025 (16:30 IST)

कॉन्स्टेबल की आत्महत्या के पीछे औरत का हाथ, पुलिस को मिली फोन की चैट, ऐसे खुला सुसाइड का रहस्‍य

Woman's hand behind constable's suicide
इंदौर के एमआईजी इलाके में तैनात हेड कॉन्स्टेबल विनोद यादव ने आत्‍महत्‍या कर ली। उन्‍होंने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस आत्‍महत्‍या के पीछे एक महिला का नाम सामने आ रहा है। पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया कि एक महिला की ब्‍लैकमेलिंग से तंग आकर आत्‍महत्‍या की। महिला लगातार उनसे पैसे की मांग कर रही थी, नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही थी। हेड कॉन्स्टेबल विनोद यादव ने बुधवार को आत्महत्या की थी। जिस वक्‍त उन्‍होंन सुसाइड किया, उस दौरान उनका परिवार हरियाणा गया हुआ था। उनका एक बेटा और एक बेटी है। हाल ही में उन्‍होंने बेटी की शादी की थी।

इस दौरान उनका परिवार हरियाणा में था। पुलिस को प्रारंभिक जांच में जानकारी मिली है कि कनाड़िया क्षेत्र की एक युवती उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी। युवती ने रुपए नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी। इस मामले में देर रात पुलिस ने आरोपी युवती को हिरासत में लेकर थाने में पूछताछ शुरू कर दी है।

आत्महत्या की सूचना मिलते ही एमआईजी थाने से एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह, एएसपी सोनू डाबर, टीआई आरडी कानवा समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जानकारी में अधिकारियों ने बताया कि विनोद यादव काफी समय से डिप्रेशन में थे। टीआई सीबी सिंह के अनुसार, यह घटना एमआईजी थाने के पीछे स्थित सरकारी क्वार्टर की है। ड्यूटी खत्म करने के बाद बुधवार को उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या की। सूचना के बाद एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई।

पुलिस के मुताबिक इस मामले में कनाड़िया क्षेत्र की शानू राणा नामक युवती का नाम सामने आया है, जो विनोद यादव को काफी समय से परेशान कर रही थी और रुपए की मांग कर रही थी। विनोद पहले भी उसे कुछ रकम दे चुके थे, बावजूद इसके युवती लगातार पैसों की मांग करती रही। पुलिस को विनोद के मोबाइल में भी युवती से संबंधित जानकारी मिली। इसी आधार पर रात में युवती को एमआईजी थाने लाया गया, जहां पुलिस अधिकारी उससे गहन पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस इस मामले में उसे आरोपी बना सकती है।

विनोद यादव मूल रूप से हरियाणा के निवासी थे और लगभग 17 वर्षों से पुलिस विभाग में कार्यरत थे। पहले वे खजराना थाने में पदस्थ थे, बाद में उनका ट्रांसफर परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में हुआ। वर्तमान में वे वहीं के सरकारी क्वार्टर में रह रहे थे। कुछ समय पूर्व ही उन्होंने अपनी बेटी की शादी की थी।
Edited By: Navin Rangiyal
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