Winter Healthy Food: सरसों का साग विटामिन, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो ठंड के दिनों में इम्यूनिटी को मजबूत करता है और शरीर को अंदर से गर्म रखता है। वहीं, मक्के की रोटी गर्म तासीर वाला अनाज है जो धीमी गति से ऊर्जा प्रदान करता है। इन दोनों का तालमेल, ऊपर से ढेर सारा देसी घी या सफेद मक्खन डालकर परोसा जाना, इसे न केवल एक लाजवाब व्यंजन बनाता है, बल्कि सर्दी की डाइट के लिए एक संपूर्ण और हेल्दी मील भी बनाता है।
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अगर आप पारंपरिक पंजाबी रेसिपी और विंटर फूड की तलाश में हैं, तो यह जानकारी आपके लिए सबसे उत्तम है...
सरसों का साग बनाने की पारंपरिक रेसिपी
आवश्यक सामग्री:
सरसों का साग- 1 किलोग्राम (लगभग 2 गुच्छे)
पालक- 250 ग्राम (लगभग 1 गुच्छा)
बथुआ- 250 ग्राम (लगभग 1 गुच्छा)
हरी मिर्च- 4-5 (स्वादानुसार)
अदरक- 1 इंच का टुकड़ा
मक्के का आटा- 2-3 बड़े चम्मच (यह 'आलन' है)
नमक- स्वादानुसार
पानी- आवश्यकतानुसार।
तड़के के लिए:
घी या मक्खन- 3-4 बड़े चम्मच
प्याज़ (बारीक कटा)- 1 मध्यम आकार का
लहसुन (बारीक कटा)- 8-10 कलियां
अदरक (बारीक कटा)- 1 इंच
हरी मिर्च (बारीक कटी)- 1-2
टमाटर (बारीक कटा)-1 मध्यम (पारंपरिक रेसिपी में टमाटर कम डालते हैं)
बनाने की विधि:
1: साग को धोना और उबालना: सरसों, पालक और बथुआ के पत्तों की अच्छी तरह सफाई करके धो लें ताकि सारी मिट्टी निकल जाए। मोटे डंठल हटा दें। फिर पत्तों को मोटा-मोटा काट लें और एक गहरे बर्तन या प्रेशर कुकर में कटे हुए साग के पत्ते, हरी मिर्च (साबुत या काटकर), और अदरक का टुकड़ा डालें। इसमें आधा कप (बहुत कम) पानी डालें। साग अपना पानी छोड़ेगा।
पकाना:
प्रेशर कुकर: 1 सीटी आने के बाद आंच धीमी कर दें और 20-25 मिनट तक पकाएं।
बर्तन: धीमी आंच पर 1 से 1.5 घंटे तक ढककर पकाएं, जब तक कि साग पूरी तरह गल न जाए।
ठंडा करना: साग को ठंडा होने दें।
पीसना: उबले हुए साग को अदरक और हरी मिर्च के साथ मिक्सी में दरदरा पीस लें। इसे बहुत बारीक पेस्ट न बनाएं, इसे थोड़ा दानेदार रहना चाहिए।
आलन मिलाना: साग को वापस बर्तन में डालें। अब इसमें मक्के का आटा और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाएं ताकि गांठें न पड़ें।
धीमी आंच पर पकाना: साग को धीमी आँच पर रखें और 15-20 मिनट तक पकाएं। बीच-बीच में चलाते रहें। साग गाढ़ा हो जाएगा और उसका रंग गहरा हो जाएगा।
तड़का तैयार करना:
तैयारी: एक कढ़ाई में घी या मक्खन गर्म करें।
भूनना: बारीक कटा हुआ लहसुन और अदरक डालकर सुनहरा होने तक भूनें।
प्याज और मिर्च: बारीक कटा प्याज और हरी मिर्च डालकर हल्का गुलाबी होने तक भूनें।
टमाटर: अगर आप टमाटर डालना चाहते हैं, तो इस चरण में डालें और तेल छोड़ने तक पकाएं।
तड़का लगाना: इस तड़के को उबलते हुए साग में डालें। अच्छी तरह मिलाएं और 5 मिनट और पकाएं।
परोसने का तरीका: गरमागरम सरसों का साग को मिट्टी के बर्तन में निकालें। ऊपर से शुद्ध देसी घी या सफेद मक्खन डालकर परोसें। इसे गर्मागर्म मक्के की रोटी और गुड़ या छाछ के साथ परोसने पर इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है!
क्या आप मक्के की रोटी बनाने की पारंपरिक विधि भी जानना चाहेंगे?
मक्के की रोटी बनाने की पारंपरिक विधि: मक्के की रोटी बनाना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि इसमें ग्लूटेन (Gluten) नहीं होता, जिससे आटा आसानी से टूट जाता है। लेकिन पारंपरिक विधि में सही तकनीक और गुनगुने पानी का उपयोग करके इसे आसानी से बनाया जा सकता है।
आवश्यक सामग्री:
मक्के का आटा - 2 कप
गुनगुना पानी- लगभग 1/2 से 3/4 कप (या आवश्यकतानुसार)
नमक- 1/2 छोटा चम्मच (या स्वादानुसार)
घी या तेल-सेंकने के लिए
बनाने की विधि:
आटा गूंथना: पानी गरम करें या हल्का गुनगुना पानी तैयार रखें। यह आटा गूंथने में मदद करता है और रोटी को टूटने से बचाता है।
सामग्री मिलाएं: एक परात (बड़ा बर्तन) में मक्के का आटा और नमक मिला लें।
थोड़ा-थोड़ा पानी: अब इसमें थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी डालते जाएं और आटे को गूंथना शुरू करें।
मसलना: मक्के के आटे को मैदे या गेहूं के आटे की तरह नहीं गूंथा जाता। इसे हथेली के निचले हिस्से का उपयोग करके अच्छी तरह से मसलना बहुत ज़रूरी है। यह प्रक्रिया आटे में ज़रूरी बंधन पैदा करती है।
चिकना करना: आटे को तब तक मसलें जब तक वह चिकना न हो जाए और बंधने लगे। ध्यान दें कि आटा तुरंत इस्तेमाल किया जाना चाहिए, इसे ज़्यादा देर रखने से यह सख्त हो जाता है।
रोटी बनाना:
लोई बनाना: गूंथे हुए आटे से मध्यम आकार की लोई या बॉल बनाएं।
पारंपरिक तरीका (हाथ से थापना): एक साफ सूती कपड़ा, प्लास्टिक शीट, या चकला लें। इस पर थोड़ा सा सूखा मक्के का आटा छिड़कें। लोई को इस पर रखें और अपनी उंगलियों और हथेली की मदद से धीरे-धीरे और सावधानी से थापते हुए (पैटिंग करते हुए) रोटी का आकार दें।
किनारें फटने पर, फटी हुई जगह को अपनी उंगली से हल्का दबाकर ठीक करें।
इसे गोल आकार देने की कोशिश करें। यह तरीका सबसे पारंपरिक है, इसमें रोटियां थोड़ी मोटी बनती हैं।
नोट : अगर आपको लगता है कि रोटी टूट रही है, तो थोड़ा और गुनगुना पानी डालकर अच्छी तरह मसल लें।)
रोटी सेंकना:
तवा गरम करें: एक लोहे का तवा तेज आंच पर गरम करें।
पहला सेंक: जब तवा खूब गरम हो जाए, तो रोटी को सावधानी से तवे पर रखें।
पलटना: जब निचली सतह हल्की सुनहरी हो जाए, तो इसे पलट दें।
दूसरा सेंक: दूसरी तरफ से भी अच्छी तरह सेंक लें।
सीधी आंच (अंतिम सेंक): जब रोटी दोनों तरफ से सिक जाए, तो इसे सीधे आंच (आग) पर रखकर फुलाएं (अगर आप लोहे का तवा इस्तेमाल कर रहे हैं)। यदि आप नॉन-स्टिक तवा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसे तवे पर ही कपड़े से दबाकर सेंक लें।
घी लगाना: गर्मागर्म रोटी पर अच्छी मात्रा में शुद्ध देसी घी लगाएं।
परोसने का तरीका:
अब तैयार गरमागरम मक्के की रोटी को सरसों के साग, सफेद मक्खन और गुड़ (Gur) के साथ तुरंत परोसें, ताकि इसका स्वाद और गर्माहट बरकरार रहे।
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