‘स्लीप डिस्क’ के कारण नहीं ले पा रहे थे एक बटरफ्लाय स्ट्रोक्स, अब टोक्यो ओलंपिक में उड़ान भरने को तैयार है साजन प्रकाश
भारतीय तैराक साजन प्रकाश कुछ समय पहले तक गर्दन की चोट (स्लीप डिस्क) के कारण तैराकी करने में असमर्थ थे, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए टोक्यो ओलंपिक के लिए 'ए' कट हासिल किया। ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय तैराक बनने पर इस खिलाड़ी का अभी तक चर्चा सुनने को मिलती है।
27 वर्षीय साजन प्रकाश ने रोम में सेटे कोली ट्रॉफी में पुरुषों की 200 मीटर बटरफ्लाई स्पर्धा में एक मिनट 56.38 सेकेंड के रिकॉर्ड समय के साथ ओलंपिक क्वालीफाईंग टाइम हासिल किया था। रियो ओलंपिक खेल चुकी साजन टोक्यो ओलंपिक 'ए' स्टैंडर्ड में प्रवेश में 0.1 सेकेंड से कामयाब रहे। टोक्यो ओलंपिक ए स्टैंडर्ड एक मिनट 56.48 सेकेंड है।
कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के चलते पिछले साल देश में लागू हुए लॉकडाउन के समय साजन थाईलैंड में फंस गए थे। वह चोट के कारण लगभग आठ महीनों तक तरणताल से दूर रहे। चोट और फिर इन सब घटनाओं से वह भावनात्मक तौर पर काफी टूट गए थे लेकिन अगस्त 2020 में अभ्यास के लिए दुबई जाने के बाद उनका हौसला बढ़ने लगा। दुबई में प्रदीप कुमार की कोचिंग में उनके खेल में काफी सुधार आया।
अपनी चोट पर बात करते हुए साजन ने एक बार अपने बयान में कहा था, ''गर्दन का दर्द 2019 में विश्व चैंपियनशिप के दौरान शुरू हुआ था, लेकिन मुझे लगा कि यह किसी चमत्कार की तरह खत्म हो जाएगा। मैंने दर्द निवारक दवाओं के साथ कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया।'' उन्होंने कहा, ''नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई खेलों के दौरान मैं अपना हाथ भी नहीं उठा पा रहा था। इसके बाद मैं स्कैन के लिए गया तो पता चला कि मेरे गर्दन के पास स्लिप डिस्क है। इसी से मेरे बायें हाथ में दर्द हो रहा था।''
उन्होंने कहा, ''इसके जब मैं चोट से उबरा तो लॉकडाउन हो गया। मैं उस समय थाईलैंड में था और मेरे साथ कोई फिजियो नहीं था। अगस्त में मैं दुबई चला गया, मेरे फिजियो रिचर्ड ने मेरी मदद करना शुरू किया। मैं खुद में सुधार महसूस कर सकता था। इसमें मेरे कोच और उनकी पत्नी ने भी काफी मदद की।''
प्रकाश टोक्यो ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा में माना पटेल के साथ भाग लेंगे। माना को भारतीय तैराकी महासंघ ने नामित किया है।