बेडरूमः बेडरूम कई प्रकार के होते हैं। एक कमरा होता है- गृहस्वामी के सोने का एक कमरा होता है परिवार के दूसरे सदस्यों के सोने का। लेकिन जिस कमरे में गृहस्वामी सोता है, वह मुख्य कक्ष होता है।
बेडरूम वह कक्ष होता है, जिसमें दंपति अपने एकांत के पल गुजारते हैं। वास्तु में बेडरूम के लिए एक विशेष दिशा निर्धारित की गई है। जिसमें बेडरूम स्थित होने पर घर-परिवार में सुख-शांति व दंपति में प्रेम बना रहता है।
इन बातों पर गौर करें :
यह सुनिश्चित करें कि गृह स्वामी का मुख्य कक्ष अर्थात शयन कक्ष भवन में दक्षिण या पश्चिम दिशा में स्थित हो।
सोते समय गृह स्वामी का सिर दक्षिण में और पैर उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। इसके पीछे एक वैज्ञानिक धारणा भी है।
दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर करके सोने वाले को गहरी नींद आती है। उसका स्वास्थ्य ठीक रहता है। घर के दूसरे लोग भी स्वस्थ रहते हैं। घर में अनावश्यक विवाद नहीं होते हैं।
यदि सिरहाना दक्षिण दिशा में रखना संभव न हो, तो पश्चिम दिशा में रखा जा सकता है।