मंगलवार, 19 नवंबर 2024
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Written By ND

पूजास्थल और वास्‍तु

पूजास्थल और वास्‍तु -
वास्तुदोष की शांति के लिए जलमग्न शिवलिंग की स्थापना पूजा स्थल पर करनी चाहिए। पूजास्थल पर त्रिशक्ति यंत्र की स्थापना करने से भी वास्तुदोष से मुक्ति पायी जा सकती है। हमारे देश में काले घोड़े की नाल का विशेष महत्व है। यह भाग्य में वृद्धि लाता है तथा समस्याओं से मुक्ति दिलाने का मार्ग प्रशस्त करता है। चीनी फेंगशुई के मतानुसार यदि आप घोड़े की नाल तथा वास्तुदोष निवारक यंत्र की तस्वीर बनाकर पूजा स्थल पर स्थापित करते हैं तो शीघ्र ही आपको इसके चमत्कारिक लाभ दिखने को मिलेंगे। पूजा स्थल हमेशा ईशान कोण में बनवाएँ। घर का भारी सामान तथा स्थायी रूप से रखी जाने वाली वस्तुएँ दक्षिण-नैऋत्य या पश्चिम-नैऋत्य में ही रखें। यह अत्यंत शुभ होता है। कक्ष में सोते समय सिर पलंग पर दक्षिण दिशा में तथा पैर दक्षिण व पूर्व दिशा को छोड़कर किसी भी अन्य दिशा में रख सकते हैं। पूर्व दिशा में भी सिर रखकर सोना श्रेष्ठ होता है। छत पर पानी की टंकी हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें।