बेटियों का गीत : मैं मौन रहूं, तुम गाओ
- अनिल जनविजय
मैं मौन रहूंतुम गाओजैसे फूले अमलतासतुम वैसे हीखिल जाओजीवन केअरुण दिवस सुनहरेनहीं आजतुम पर कोई पहरेजैसे दहके अमलतासतुम वैसेजगमगाओकुहके जग-भर मेंतू कल्याणीमकरंद बनेतेरी युववाणीजैसे मधुपूरित अमलतासतुम सुरभिबन छाओ.... ।
रचनाकाल : 2007