Expert Advice - दिवाली के बाद प्रदूषण से फेफड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय, क्या प्राणायाम करना उचित है?
दिवाली के बाद से देश के कई हिस्सों में अचानक से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ गया है। जिसका असर साफ नजर आ रहा है। लोगों की विजिबिलीटी कम हो गईए सिरदर्द की शिकायत बढ़ गई है। इतना ही नहीं दिल्ली में दिवाली के बाद बढ़ते प्रदूषण से सांस में दिक्कत की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। बढ़ते वायु प्रदूषण में किस तरह फेफड़ों का ख्याल रखा जा सकता है। जानिए सीधे एक्सपर्ट से-
डॉ रवि दोसी, चेस्ट फिजिशियन, इंदौर ने बताया कि, 'दिवाली के बाद सांस की तकलीफ बढ़ने के कई कारण होते हैं - सबसे पहला पटाखों का धुंआ, बाजारों में भीड़ बढ़ जाने से वाहनों का प्रदुषण भी बहुत होता है और इसके बाद ठंडक बढ़ जाना। ये तीन फेक्टर सबसे बड़ा कारण है। दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जो हवा हम अंदर लेते हैं तो लंग्स के ऊपर असर पड़ता है । जिससे खांसी, सांस, सीने में दर्द, आंखों से आंसू आना ये सब होने लगता है।
वायु प्रदूषण से बचने के उपाय -
. घर में रहें।
. बुजुर्ग और सांस रोगी को जरा भी बाहर नहीं निकलना चाहिए ये उनके लिए खतरनाक हो सकता है। अगर सांस की समस्या का पता है तो सेफ्टी जरूर रखें। और सांस की दवा को फिर से शुरू कर सकते हैं।
. नाक और मुंह को ढककर रखें। मास्क लगाकर रखें। कपड़े का मास्क भी लगा सकते हैं।
. आंखों के बचाव के लिए चश्मा लगाकर रखें।
. घर में साधारण पानी की भाप ली जा सकती है। सिर्फ 1 या 2 बार।
. वातावरण प्रदूषित है तो योग और प्राणायाम करना इस समय में उचित नहीं है। तो प्रदूषित हवा में गहरी सांस लेना खतरनाक हो सकता है।
एलर्जी से बचने के उपाय .
इस मौसम में एलर्जी की समस्या भी होती है। स्किन सुख जाती है। ऐसे में मॉइश्चराइजिंग क्रीम का इस्तेमाल भी करें। स्किन को ढक कर रखें।
डॉ सूरज वर्मा, चेस्ट फिजिशियन, इंदौर ने बताया कि, 'डस्ट बारीक धूल से बचने की कोशिश करें। मास्क लगाएं, इससे आपकी नाक में पार्टिकल्स या धुंआ नहीं जा सकेगा। इसके लिए आप सर्जिकल या एन 95 मास्क लगा सकते हैं, यह सबसे अच्छा ऑप्शन है। वहीं दूसरी ओर जिन्हें अस्थमा और एलर्जी की बीमारी है वह सुबह जल्दी वॉक पर नहीं जाएं। हल्की धूप आने के बाद वॉक करें। 8 से 9 वे वॉक कर सकते हैं। डाइट का ख्याल रखें। खट्टा और ठंडा खाने से बचें। अपनी इम्युनिटी को स्ट्रांग रखें। ताजे फलों का सेवन करें और सलाद का भरपूर मात्रा में सेवन करें।
गौरतलब है कि भारत देश में हर साल होने वाली मौतों की चौथी सबसे बड़ी वजह है वायु प्रदूषण। आंकड़ें जानकर आपका दिमाग चकरा जाएगा। 2019 में प्रदूषण से 66 लाख 70 हजार लोगों की मौत हुई। हालांकि 20ृ18 मंे यह पांचवी बड़ी वजह था। जो एक साल में ही चौथे पायदान पर पहुंच गया।