गांधीनगर/सूरत। दक्षिण भारत में व्यापक तबाही मचाने के बाद गुजरात की ओर बढ़ रहे समुद्री तूफान ओखी के आज देर रात सूरत के समुद्र तट से टकराने के पहले कमजोर होकर गहरे अथवा सामान्य 'निम्न दबाव के क्षेत्र' (डीप डिप्रेशन) में बदलने की पूरी संभावना है, पर राज्य तंत्र ने एहतियाती तौर पर इसके चलते किसी तरह के नुकसान की आशंका से निपटने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। तूफान के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल सूरत के लिंबायत में प्रस्तावित चुनावी सभा और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की सभाओं को रद्द कर दिया गया है।
हालांकि इसके असर से राज्य के तटीय इलाकों में हो रही वर्षा के चलते सूरत समेत कई स्थानों पर स्कूलों में आज और कल छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। सूरत हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी आठ उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कल सूरत के लिंबायत में प्रस्तावित चुनावी सभा को भी रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी स्वयं सूरत पहुंच गए हैं और वहां स्थिति पर नजदीकी नजर रखते हुए बैठकें कर रहे हैं। सेना, नौसेना, वायुसेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत प्रतिक्रिया बल यानी एसडीआरएफ तथा राज्य पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।
अहमदाबाद मौसम केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि दोपहर तक ओखी सूरत से दक्षिण-पश्चिम में 350 किमी की दूरी पर था और 21 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा था। इसके देर रात तक तक सूरत जिले के आसपास गुजरात तट से टकराने की आशंका है, हालांकि तब तक इसके कमजोर पड़ कर गहरे दबाव या सामान्य दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाने की संभावना है और हवा की रफ्तार घटकर 60 से 65 किमी प्रति घंटा रह जाएगी।
उधर राज्य के मुख्य सचिव जेएन सिंह ने आज गांधीनगर के राज्य आपात संचालन केंद्र में एक बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद राजस्व विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 6 टीमें तैनात की गई हैं जिनमें से 2 सूरत तथा नवसारी, भावनगर, अमरेली और वलसाड में एक-एक हैं। समुद्र में गई लगभग सभी 13 हजार नौकाएं वापस तटों पर आ गई हैं। मूंगफली समेत अन्य कृषि उत्पाद को बचाने के लिए उपाय किए गए हैं। सूरत में तटवर्ती 145 गांवों में पुलिस तैनात कर दी गई है। वहां स्कूलों में आज और कल छुट्टी भी घोषित कर दी गई है।
13 लाख लोगों को एसएसएस अलर्ट भेजे गए हैं। 29 गांवों के लोगों को जरूरत पड़ने पर उन्हीं गांवों में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा। भरूच में सात हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बारिश का जोर कल के बाद घट जाने की पूरी संभावना है। एहतियाती उपायों में कोई ढील नहीं दी जा रही है। सूरत के कलेक्टर महेन्द्र पटेल ने तटीय क्षेत्रों में सरकारी क्षेत्र की ओएनजीसी समेत तेल, गैस और रासायनिक क्षेत्र की 11 कंपनियों समेत अन्य को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
समझा जाता है कि इनमें से पांच में 24 घंटे तक उत्पादन बंद रहेगा। उन्होंने बताया कि इनमें गैस के रिसाव और आग की आशंका को टालने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। ओएनजीसी के समुद्र के भीतर के काम को कुछ समय तक रोका जा सकता है। केरल से भटककर इधर आई 50 नौकाएं भी वेरावल तट पर हैं। उधर सौराष्ट्र में वेरावल तट के नजदीक कल रात वापस लौट रही एक नौका डूब गई, पर इसमें सवार 8 मछुआरों को बचा लिया गया। उधर केंद्र सरकार भी गुजरात की स्थिति पर पूरी नजर रख रही है।
केंद्रीय अधिकारी राज्य के मुख्य सचिव के संपर्क में हैं। ओखी के प्रभाव से पिछले 24 घंटे में राज्य के सूरत, नवसारी, गिर सोमनाथ, भरूच, तापी, भावनगर, वलसाड समेत नौ तटीय जिलों के 33 तालुका में बरसात दर्ज की गई। आज भी कई इलाकों में वर्षा का दौर जारी है। मौसम विभाग ने दक्षिण गुजरात और तटीय सौराष्ट्र में आज कई स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है। अहमदाबाद, पंचमहाल समेत कई गैर तटीय जिलों में भी बादल वाले मौसम और वर्षा का दौर जारी है।
प्रत्येक तटीय जिले और तालुका में विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है। ओखी के कारण गुजरात मैरीटाइम बोर्ड ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों गत 22 अक्टूबर को शुरू हुई घोघा-दहेज रो रो फेरी सेवा (खंभात की खाड़ी में स्टीमर सेवा) तथा ओखा और तीर्थ स्थल बेट द्वारका के बीच चलने वाली नौकाओं को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है। मौसम विभाग ने समुद्र के बहुत उथल-पुथल भरा रहने तथा इसमें एक से दो मीटर तक ऊंची लहरें उठने की बात कही है। उधर, ओखी के चलते मौसम में बदलाव के कारण दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव प्रचार भी प्रभावित हुआ है।
इसके चलते भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज होने वाली तीन-तीन सभाएं, राजस्थान की मुख्यमंत्री विजयाराजे सिंधिया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सूरत की तथा कांग्रेस के राजबब्बर की जूनागढ़ की एक सभा समेत कई सभाएं रद्द की गई हैं। इसके अलावा रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और अभिनेता सह सांसद परेश रावल की सभाएं भी रद्द की गई हैं।
खराब मौसम के चलते गांधी का विमान भी आज कंडला की जगह भुज हवाई अड्डे पर उतरा। वे आज केवल एक ही सभा कर सके। उनके कल के कार्यक्रमों को भी एहतियाती तौर पर रद्द किया गया है। उनके अपना दौरा एक दिन के लिए स्थगित कर वापस नई दिल्ली लौट जाने की योजना है। उधर मोदी की कल सूरत की सभा को रद्द कर दिया गया है, जबकि धंधुका, नेत्रंग और दाहोद की सभाओं को फिलहाल रद्द नहीं किया गया है। गुजरात में पहले चरण में नौ दिसंबर को दक्षिणी और सौराष्ट्र क्षेत्र में ही चुनाव होना है। इसके लिए प्रचार की आखिरी तिथि सात दिसंबर तक ही है। (वार्ता)