डोरेमोन की पिचकारी और मोटू का गुलाल... सारारारा... होली है...
कार्टून चरित्रों वाली सुंदर-सुंदर पिचकारियां बाजार में उपलब्ध
नई दिल्ली। डोरेमन पीला रंग लेकर आया है तो छोटा भीम गुलाबी रंग... छुटकी नीला रंग लेकर आई है तो कृष्णा हरे रंग की पिचकारी लेकर सारारारारारारा करते हुए बच्चों के पीछे भाग रहा है। मोटू और पतलू भी कहां पीछे रहने वाले हैं?
पतलू बड़ी-सी पिचकारी लेकर मोटू को भिगोने के लिए दौड़ रहा है... जी हां.... इस बार बच्चों के साथ ये सारे कार्टून कैरेक्टर भी होली के त्योहार को और रंगीन करने के लिए आ चुके हैं।
बात हो रही है बाजार में कार्टून चरित्रों वाली सुंदर-सुंदर पिचकारियों की जिनके बच्चे इस बार इस कदर दीवाने हैं कि देखकर पता लगाना मुश्किल है कि बच्चे होली खेल रहे हैं या कार्टून चरित्र। चांदनी चौक के सदर बाजार में 10 वर्षीया वांशिका कोइली एक दुकान पर रखे नीले रंग के डोरेमान वॉटर गन की ओर इशारा करती है।
बच्चों को लुभाने वाले कार्टून चरित्रों वाली पिचकारियों की इस बार बाजार में भरमार है। फिर चाहे वह बेन टेन हो, पिकाचू, छोटा भीम या मोटू-पतलू। इन पिचकारियों से सजी छोटी-बड़ी दुकानों को देखकर लगता है कि मानो पूरा कार्टून नेटवर्क ही उठकर आ गया है।
इस साल सबसे अधिक बेन टेन, डोरेमान, छोटा भीम और उसी तरह के मोटू एवं पतलू और लोकप्रिय टीवी धारावाहिक ‘शाका लाका बूम-बूम’ की चमत्कारिक पेंसिल वाली पिचकारी की मांग है।
टेनी टॉय के जुल्फी दुकान पर आए अपने नन्हे ग्राहकों को बता रहे हैं कि यह चमत्कारिक पेंसिल कैसे काम करती है और इससे पानी कैसे बाहर निकलता है।
बाजार में इसी तरह की मिलती-जुलती और नटराज पेंसिल के जैसी एक और पिचकारी है, जो लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है। पेंसिल की एक विस्तृत श्रृंखला वाली यह पिचकारी बच्चों में अनोखा कौतूहल पैदा करती है, जब वे देखते हैं कि जिस पेंसिल को वे रोज लिखने के लिए इस्तेमाल करते हैं, आज वह रंग बरसा रही है।
अंग्रेजी वर्णमाला के चित्रों वाले चार्ट में पेंसिल वाली पिचकारी को लपेटा गया है।