नेता खेले रात-दिन, यहां 'डबल' का खेल। सचिन और सहवाग फिर, होते कैसे फेल॥ बढ़ता जाता जिस तरह, मंत्री का भंडार। यहां रनों का लग गया, उसी तरह अंबार॥