30 साल में 800 फुटबॉल इकट्ठा कर इस पूर्व रेफरी ने बनाया म्यूजियम
मोस्को। बच्चों को भले ही एक नई फुटबॉल खुश कर सकती है लेकिन एक शख्स 30 सालों से नई फुटबॉल को एकत्र कर खुशी पा रहा है। 57 उम्र के कोच मिखेल कोशलेव रशिया के पूर्व कोच हैं जिन्होंने फीफा विश्वकप की फुटबॉल का म्यूजियम बना रखा है।
विश्व का एकमात्र फुटबॉल म्यूजियम उन्हीं की देन है। इस म्यूजियम में उन्नीसवीं शताब्दी में उपयोग में लाई गई शीपस्किन फुटबॉल से लेकर मॉडर्न डे में खेली जाने वाली फुटबॉल रखी हुई हैं। सिर्फ फीफा विश्वकप ही नहीं, चैंपियंस लीग के फाइनल में खेली गई फुटबॉल इस म्यूजियम में रखी हुई है।
पिछले 30 सालों से मिखेल फुटबॉल इक्ट्ठा कर रहे हैं और अभी तक म्यूजियम में कुल 800 फुटबॉल रखी हैं जिसे दर्शक देख सकते हैं। मिखेल का मानना है कि फुटबॉल ही खेल की आत्मा है , वह नहीं तो खेल नहीं और खेल नहीं तो न पेले, न रोनाल्डो न मेस्सी।