मंगलवार, 19 नवंबर 2024
Choose your language
हिन्दी
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
Follow us
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
काम की बात
ऑटो मोबाइल
क्राइम
फैक्ट चेक
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
वेब स्टोरी
मूवी रिव्यू
आलेख
पर्यटन
खुल जा सिम सिम
आने वाली फिल्म
बॉलीवुड फोकस
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
श्रीरामचरितमानस
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
रेसिपी
नन्ही दुनिया
साहित्य
रोमांस
NRI
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
राशियां
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
पत्रिका मिलान
जन्मकुंडली
रामशलाका
चौघड़िया
आलेख
नवग्रह
रत्न विज्ञान
क्रिकेट
अन्य खेल
स्कोरकार्ड
शेड्यूल
श्रीरामचरितमानस
×
Close
लाइफ स्टाइल
»
व्यंजन
»
उपवास के पकवान
Written By
ND
बनाना रिफ्रेशर विद हनी
- नीता रावत
ND
सामग्री :
1
कप संतरे का रस, 2 केला, 2 बड़े चम्मच शहद, डेढ़ गिलास दूध।
विधि :
दूध में केले के टुकड़े डालें और मिक्सर में चला लें। इसमें संतरे का ज्यूस और शहद मिलाकर पुनः चला लें और कुटी बर्फ डालकर सर्व करें।
हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
हमारे साथ Telegram पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
वेबदुनिया पर पढ़ें :
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
जरुर पढ़ें
इन 3 कारणों से मुंह में उंगली डालता है बच्चा, भूख के अलावा और भी हो सकते हैं कारण
why children put their fingers in their mouth: शिशुओं का मुंह में उंगली डालन या उँगलियाँ चूसना आम बात है। ऐसा सभी बच्चे करते हैं। जब शिशु अपने मुंह में उंगली डालता है, तो माता-पिता को लगता है कि उन्हें भूख लगी है और बिना इसकी सही वजह जाने वह उसे दूध पिलाने लगते हैं। अगर आप भी नए-नए पेरेंट्स बने हैं और अपने बच्चे के मुंह में उंगलियां चूसने को भूख का संकेत समझ रहे हैं, तो रुक जाइए। शिशु भूखे के अलावा और भी कई कारणों से उंगलियों को चूसते हैं। आइये जानते हैं किन कारणों से शिशु अपनी उंगलिया चूसते हैं।
स्ट्रेस फ्री रहने के लिए बस ये काम करना है ज़रूरी
इन बातों को बनाएं लाइफ स्टाल का हिस्सा, कभी नहीं होगा स्ट्रेस
क्या आप भी सलाद में खीरा और टमाटर एक साथ खाते हैं? जानिए ऐसा करना सही है या गलत?
खीरा और टमाटर सलाद के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले खाद्य पदार्थ हैं लेकिन इनका एक साथ सेवन करना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए बच्चों को जरूर सिखाएं ये बातें
परीक्षा के समय बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने में बहुत कारगर हैं ये टिप्स
जन्म के बाद गोरे बच्चे का रंग क्यों दिखने लगता है काला?
जानें शिशु की त्वचा में बदलाव के वैज्ञानिक कारण और इससे जुड़ी जानकारियां
वीडियो
और भी वीडियो देखें
नवीनतम
चलती गाड़ी में क्यों आती है नींद? जानें इसके पीछे क्या है वैज्ञानिक कारण
Sleepiness on the road: यात्रा करते समय, विशेषकर गाड़ी, ट्रेन, या बस में, बहुत से लोगों को नींद आने लगती है। यह अनुभव आम है और अक्सर सवाल उठता है कि ऐसा क्यों होता है। आइयेइस आलेख में हम इसके पीछे की वजह समझने कई कोशिश करते हैं।
मजेदार बाल कविता : अभी बताओ राम गोपाल
आज कबूतर ने क्या खाया? पानी किसने उसे पिलाया? पूछ रहे दादाजी हाल। अभी बताओ राम गोपाल। गुटरूं गूं कब-कब बोला है? कितनी बार चोंच खोला है? छत पर कितनी बार चढ़ा है? कब बिल्ली से आज लड़ा है?
शादी के बाद नई दुल्हन की ठुकराई थाली खाते हैं पति , जानिए थारू दुल्हन की पहली रसोई का अनोखा रिवाज
थारू जनजाति उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई इलाकों में निवास करने वाली एक अनोखी जनजाति है। उनकी संस्कृति और परंपराएं आज भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। थारू दुल्हन की पहली रसोई (First Kitchen of Tharu Bride) इसी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
बाजार में मिलने वाले ज्यादातर फूड प्रोडक्ट्स में होता है पाम ऑयल का इस्तेमाल, जानिए कैसे है सेहत के लिए हानिकारक
Health effects of Palm Oil: आजकल बाजार में मिलने वाले अधिकतर खाद्य पदार्थों में पाम ऑयल का इस्तेमाल हो रहा है। यह तेल सस्ता, आसानी से उपलब्ध, और लंबे समय तक खराब न होने वाला है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि यह तेल हमारी सेहत के लिए कितना सुरक्षित है? आइए, जानते हैं पाम ऑयल के निर्माण की प्रक्रिया, इसके सस्ते होने का कारण, और स्वास्थ्य पर इसके दुष्प्रभाव।
जलेसं के मासिक रचना पाठ में शब्दों में जीवन पर परिचर्चा
इन्दौर। जनवादी लेखक संघ, इंदौर इकाई द्वारा मासिक रचना पाठ के 134 वें क्रम में शब्दों में जीवन का आयोजन किया गया जिसमें आमंत्रित रचनाकारों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। इन विषयों में सिनेमा, नदी, शास्त्रीय संगीत, पत्रकारिता और नाटक विषय शामिल थे।