भाजपा सरकार चंद अमीर मित्रों के फ़ायदे के लिए पूरे देश के किसान को न ठगे और आज की वार्ता में कृषि क़ानून वापस ले. सच तो ये है कि भाजपा का ज़मीनी कार्यकर्ता भी यही चाहता है क्योंकि वो आम जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 30, 2020
भारत का राजनीतिक नेतृत्व इतना बंजर कभी न था. pic.twitter.com/hwzTWTGEm3
Delhi: A delegation of farmer leaders arrives at Vigyan Bhawan for talks with the Union Government
— ANI (@ANI) December 30, 2020
A farmer leader says, "Our stand is clear that the three farm laws should be taken back." https://t.co/XqNmjQkfZm pic.twitter.com/dah0LfIkjO
तीन कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सिंघु बॉर्डर से रवाना हुआ।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 30, 2020
केंद्र सरकार आज प्रदर्शनकारी किसानों के साथ छठे दौर की वार्ता करेगी। pic.twitter.com/yL4nuKXubY