भारत भर में मनाया जाता है दशहरा पर्व
दशहरा जो विजयदशमी त्योहार के नाम से भी विख्यात रहा है। विजयादशमी भगवान श्री राम की विजय के रूप में मनाया जाए या दुर्गा पूजा के रूप में, दोनों ही रूपों में यह शक्ति पूजा अराधना का उत्सव रहा है। दशहरा हर्ष और उल्लास से मनाया जाने वाला विजय का पर्व है। जो विश्व को यह शिक्षा देता है की बुराई चाहे कितनी ही शक्तिशाली क्यों न हो परंतु सत्य एवं अच्छाई के समक्ष स्थापित नहीं हो सकती, पाप का अंत होना तय होता है। वह अधिक समय तक अपना वर्चस्व स्थापित नहीं कर सकता। अतः दशहरा मनाते हुए हमें इस महत्वपूर्ण तथ्य का बोध अवश्य होता है। दशहरा पर्व भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर विश्व के अनेक देशों में उल्लास के साथ मनाया जाता रहा है। भारत में विजयादशमी का पर्व देश के कोने-कोने में मनाया जाता है। भारत के ऐसे अनेक स्थान हैं जहां दशहरे की धूम देखते ही बनती है। भारत भर में कुल्लू का दशहरा, मैसूर का दशहरा, दक्षिण भारत में तथा इसके अतिरिक्त उत्तर भारत, बंगाल इत्यादि में विजयादशमी के पर्व को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है।