Last Modified: नई दिल्ली ,
रविवार, 8 दिसंबर 2013 (22:24 IST)
'आप' सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी-केजरीवाल
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नई दिल्ली। कांग्रेस को बुरी तरह से झटका देकर दिल्ली विधानसभा में पहली बार शानदार ढंग से प्रवेश करने वाली आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाने के लिए किसी भी राजनीतिक दल को समर्थन देने से आज इंकार कर दिया और कहा कि वह सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
मध्य दिल्ली में अपने समर्थकों एवं मीडिया को संबोधित करते हुए आप के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने चुनाव नतीजों को ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा कि लोग बाहर निकले और उन्होंने स्वच्छ एवं ईमानदार राजनीतिक दल को वोट दिया।
नौकरशाही से राजनीति में आए 45 वर्षीय केजरीवाल ने कहा, ये ऐतिहासिक नतीजे थे। यह आम आदमी पार्टी की जीत नहीं है। यह लोगों की जीत है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन लेंगे, केजरीवाल ने कहा, हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और सरकार का गठन करने के लिए किसी पार्टी का समर्थन नहीं लेंगे।
अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ नागरिक समाज के आंदोलन के बाद अस्तित्व में आई आप ने चुनावी राजनीति में चौंकाने वाला प्रवेश किया। उसने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल कर मुख्य विपक्षी दल का मुकाम हासिल कर लिया।
केजरीवाल ने कहा, यह कांग्रेस एवं भाजपा जैसे स्थापित राजनीतिक दलों के लिए एक संदेश है कि वे जिस तरह राजनीति कर रहे हैं, उसे बदला जाना चाहिए। यदि वे नहीं सुधरे तो लोग उन्हें बाहर कर देंगे। केजरीवाल ने न केवल तीन कार्यकाल पूरा करने वाली शीला सरकार को सत्ता से बाहर करने में बड़ी भूमिका निभाई बल्कि उन्हें नई दिल्ली सीट से 25864 वोट के भारी अंतर से हरा कर व्यक्तिगत रूप से बड़ा नुकसान पहुंचाया।
आप के मुख्य मुद्दों में जन लोकपाल विधेयक, खारिज करने का अधिकार, वापस बुलाने का अधिकार तथा राजनीतिक विकेन्द्रीकरण शामिल हैं। पूर्व आयकर अधिकारी केजरीवाल विशेषतौर पर उस समय सुर्खियों में आए जब अन्ना हजारे ने लोकपाल मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया था। आप पहले ही यह घोषित कर चुकी है कि वह दिल्ली केन्द्रित पार्टी नहीं है।
केजरीवाल की पार्टी ने कहा था, दिल्ली चुनाव के बाद आप देखेंगे कि हम दिल्ली के बाहर भी अधिक सक्रिय हो गए हैं..हम निश्चित तौर पर लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रव्यापी स्तर पर जाना चाहते हैं। (भाषा)