भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली गुरुवार को अपने बड़े भाई और बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली के समर्थन में मजबूती से सामने आए और कहा कि रविवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यहां होने वाले विश्व कप मुकाबले के टिकट विवाद में राज्य संघ की कोई भूमिका नहीं है।
एक प्रशंसक की मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कोलकाता पुलिस ने बुधवार को स्नेहाशीष को इन आरोपों के बाद तलब किया कि कैब ने जानबूझकर आम जनता के लिए उपलब्ध टिकटों का एक बड़ा हिस्सा अलग रख दिया था और उन्हें व्यक्तिगत लाभ के इरादे से कालाबाजारी करने वालों के लिए उपलब्ध कराया।बीसीसीआई और ऑनलाइन पोर्टल बुकमाइशो पर भी आरोप लगे।
गांगुली ने ईडन गार्डन्स के दौरे के दौरान कहा, पुलिस अपराधी को पकड़ सकती है। कैब की इसमें कोई भूमिका नहीं है। ईडन की क्षमता 67 हजार लोगों की है और मांग एक लाख से अधिक की है।
अपने बड़े भाई के साथ करीब दो घंटे तक बैठक करने वाले गांगुली ने कहा, यह हर जगह होता है, टिकटों की मांग इतनी है कि आप इसे पूरा नहीं कर सकते। इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है, केवल पुलिस ही इसे रोक सकती है।
कैब के कुछ आजीवन सदस्यों को भी टिकट नहीं मिला जिससे वे भी खुश नहीं थे। कैब के लगभग 11,000 सदस्य हैं जिनमें आजीवन, सहयोगी और वार्षिक सदस्य शामिल हैं।भारत के पूर्व कप्तान ने कहा, कैब के संविधान में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आजीवन सदस्य को आजीवन टिकट मिलेगा। कैब ने वास्तव में 3000 टिकट दिए हैं।
900 रुपये के टिकट बेचे गए 5000 रुपए मेंभारत-दक्षिण अफ्रीका मुकाबले के टिकटों की सबसे कम कीमत 900 रुपये है जो कालाबाजार में करीब 5000 रुपये में बेची जा रही है।इसके अलावा 3000, 2500 और 1500 रुपये मूल्य के टिकट भी हैं।मंगलवार को न्यू अलीपुर के एक निवासी को उस समय पकड़ा गया जब वह टिकट की कालाबाजारी कर रहा था।
सदस्यता टिकटों को ऑनलाइन करने को लेकर भी लोग कैब से नाराज थे।आम तौर पर सदस्यता कार्ड दिखाने पर टिकट दिए जाते थे लेकिन इस बार सदस्यों को पहले ऑनलाइन पंजीकरण कराना पड़ा। पोर्टल कई बार क्रैश भी हुआ जिससे मामला बिगड़ गया।
बांग्लादेश-नीदरलैंड मैच से एक दिन पहले सदस्यों ने टिकट घोटाले और कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए ईडन गार्डन्स के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।भारत-दक्षिण अफ्रीका मुकाबले के इतर विराट कोहली का जन्मदिन मनाने की कैब की योजना भी बीसीसीआई से मंजूरी नहीं मिलने के बाद रद्द कर दी गई।
कैब ने कोहली के 70 हजार मास्क प्रशंसकों के बीच वितरित करने की योजना बनाई थी। इसके अलावा कोहली से केक कटवाने के अलावा उन्हें स्मृति चिन्ह देने की योजना भी थी।कैब के एक अधिकारी ने कहा, लेकिन हमें बोर्ड से मंजूरी नहीं मिली इसलिए इसे रद्द करना पड़ा।
विश्व कप टिकटों की कथित कालाबाजारी के लिए कैब और ऑनलाइन पोर्टल के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की
कोलकाता पुलिस ने रविवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले आईसीसी विश्व कप मैच के टिकटों की कथित कालाबाजारी के आरोप में शिकायत दर्ज करने के बाद बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) और टिकट बुक करने वाले ऑनलाइन पोर्टल के अधिकारियों को तलब किया।
एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। इस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गुरूवार को कैब और पोर्टल के अधिकारियों को नोटिस जारी कर उनके समक्ष प्रस्तुत होने के लिए कहा था लेकिन कोई भी उनके समक्ष पेश नहीं हुआ।
बुधवार को मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया जिसमें क्रिकेट प्रशंसकों ने टिकटों की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया था। इसमें उन्होंने कैब और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन पोर्टल के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया था।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बीसीसीआई और कैब के कुछ अधिकारियों ने ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले पोर्टल के साथ मिलकर जानबूझकर आम जनता के लिए काफी संख्या में टिकट रिजर्व कर दिये और इससे ये कालाबाजारी करने वालों को उपलब्ध हो गए।
कैब के एक सीनियर अधिकारी ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि वे सिर्फ मैच की मेजबानी कर रहे हैं और वे टिकटों की बिक्री में शामिल नहीं हैं जिसकी जिम्मेदारी ऑनलाइन पोर्टल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की है।
(भाषा)