इंदौर में Lockdown का सख्ती से पालन, पुलिस ने बेवजह घूमते 160 लोगों को पकड़ा
इंदौर। 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' में शाम 5 बजे पाटनीपुरा और राजबाड़ा पर जुलूस निकालकर धारा 144 का मखौल उड़ाने वाले युवाओं की टोली ने देश में इंदौर की जगहंसाई करवाई थी, उससे सबक लेकर 24 मार्च को 'लॉकडाउन' का सख्ती से पालन करवाने में इंदौर पुलिस पीछे नहीं रही। शहर का माहौल जानने के लिए बेवजह निकले लोगों की जमकर धुनाई भी हुई जबकि चेकिंग में बिना काम के घूमते 160 लोगों को पकड़ा।
पूरी दुनिया में महामारी बन चुके कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इंदौर में लॉकडाउन है। चूंकि 22 मार्च को पुलिस की लापरवाही से शहर की हंसी उड़ चुकी थी, लिहाजा मंगलवार को पुलिस ने कोई नरमी नहीं बरती। जो युवा बेहवजह शहर में घूम रहे थे, उनमें से 160 लोगों को चेकिंग के दौरान पकड़ा।
आज सुबह से ही सभी थाना प्रभारी सड़कों पर भारी पुलिस बल के साथ बैरिकेडिंग कर सुबह 8 बजे से अपने इलाकों में तैनात हो गए थे। जो लोग प्रशासन के आदेश के बावजूद नियमों का उल्लंघन करके सड़क पर निकलने का उचित नहीं बता पाए, पुलिस ने ऐसे लोगों के वाहनों के नंबरों को आरटीओ को भेज रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की कार्रवाई को कहा है।
इंदौर रेंज की डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र भी मैदान में उतरी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन के द्वारा पूरे शहर में लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में कोई भी फालतू या बिना कारण के सड़कों पर घूमेगा तो उसे हवालात में बैठा दिया जाएगा। इमरजेंसी व जरूरी कामों के लिए निकलने वालों को उचित कारण बताने के बाद ही छोड़ा जा रहा है।
मिश्र ने बताया हमने सुबह 8 बजे से ही हमने लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए थे। बेवजह गाड़ियों पर शहर में घूमने निकले करीब 160 लोगों के वाहन जब्त कर उनके रजिस्ट्रेशन निलंबन के लिए आरटीओ को उनके वाहनों के नंबर भेजे गए हैं। यह सख्ती इसी तरह जारी रहेगी।
डीआईजी ने अपील की है कि इस मुश्किल घड़ी में हम सभी को घर में रहकर तेजी से फैल रही इस महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाने का समय है ना कि बेवजह घूमकर खुद के साथ शहर के अन्य लोगों की जान को मुसीबत में डालने का। इसलिए पुलिस फालतू घूमने या लॉकडाउन का पालन न करने वालों पर अब और सख्ती करेगी।
डॉक्टर, बैंककर्मी, मीडियाकर्मी, मरीज के परिजन और पुजारी को भी आईडी दिखाना पड़ा।
डीआईजी मिश्र ने सोमवार रात में ही वायरलेस सेट पर सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया था। लॉकडाउन को लेकर किसी पर भी कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, इसलिए मंगलवार सुबह 8 बजे से सड़कों पर लगी पुलिस चेकिंग में आईडी देखे बिना नहीं जाने दिया।
जिनके पास बाहर निकलने का कोई कारण नहीं था, उन्हें तत्काल पुलिस ने कस्टडी में लेकर थाने भेज दिया। वहीं कुछ को चौराहों पर ही खड़ा कर उनके वाहनों के नंबर नोटकर उन पर कार्रवाई की। आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र पूरे शहर में अपने अमले के साथ लॉकडाउन की व्यवस्था का मुआयना करते रहे।