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Last Updated : सोमवार, 1 जून 2020 (22:23 IST)

मृत मां को उठाने वाले बच्चे की मदद के लिए आगे आए शाहरुख खान

मृत मां को उठाने वाले बच्चे की मदद के लिए आगे आए शाहरुख खान - Shahrukh Khan's Foundation helps the child discussed in Muzaffarpur station video
मुंबई। फिल्म अभिनेता शाहरूख खान के गैर सरकारी संगठन मीर फाउंडेशन ने उस बच्चे की मदद की जो एक वीडियो में बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर अपनी मृत मां को उठाने का प्रयास करता नजर आया। बच्चा और उसकी मृत मां का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था।
 
पिछले हफ्ते सामने आया यह वीडियो कोरोना वायरस के कारण देश में लागू लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों के संकट के सबसे हृदय विदारक दृश्यों में शामिल था। शाहरूख खान ने सोमवार को कहा कि अपने माता-पिता को खोना कितना दु:खदायी होता है, यह समझते हुए वह हमेशा उस बच्चे की मदद करेंगे।
 
बिहार के बच्चे का वीडियो पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और शाहरूख खान के फाउंडेशन ने बच्चे का पता लगाकर उसकी मदद की।

एनजीओ ने ट्विटर पर बच्चे और उसके भाई की दादा-दादी के साथ तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मीर फाउंडेशन उन सभी का आभारी है, जिन्होंने हमें इस बच्चे तक पहुंचाया, अपनी मां को जगाने के हृदय विदारक दृश्य ने सभी को भावुक कर दिया। अब हम उसकी सहायता कर रहे हैं और वह अपने दादा-दादी की देखरेख में है।’
 
शाहरुख ने भी मीर फाउंडेशन के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- 'आप सभी का शुक्रिया जिन्होंने हमें इस बच्चे तक पहुंचाने में मदद की। हम सभी प्रार्थना करते हैं कि ये बच्चा अपनी मां को खोने के बाद जीवन जीने की ताकत ढूंढ लेगा। मैं समझ सकता हूं कि अपने पेरेंट को खोने की फीलिंग कैसी होती है। हमारा प्यार और समर्थन तुम्हारे लिए है बेटा।'
सनद रहे कि वायरल हुए वीडियो में बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर ये बच्चा अपनी मृत मां को एक चादर से कवर करते हुए नजर आया था। अरविना खातून नाम की 35 साल की महिला प्लेटफॉर्म पर मृत अवस्था में थी। ये महिला और उसके 2 छोटे बच्चे 25 मई को अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए थे।
देश में कोरोना वायरस महामारी में शाहरुख खान उन अभिनेताओं में से एक हैं जो जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में फ्रंटलाइन मेडिकल स्टाफ के लिए 25 हजार पीपीई किट भी प्रदान की थी, जो इस वक्त राज्य में कोरोना वायरस महामारी को रोकने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
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