दिल्ली में बढ़े Corona के मामले, 33 निजी अस्पतालों में बढ़ाई जाएगी ICU बिस्तरों की संख्या
नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने 33 निजी अस्पतालों में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 मरीजों के लिए 220 और आईसीयू बिस्तर जोड़ने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में गैर आईसीयू बिस्तरों की संख्या 838 तक बढ़ाई जाएगी।
बुधवार को सरकारी आंकड़ों से यह बात सामने आई कि कोरोनावायरस के मामलों में फिर से वृद्धि के बीच 16 निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए वेंटिलेटर सुविधा वाले आईसीयू बिस्तर भर गए हैं।
राज्य सरकार के 'दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी और निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले 787 आईसीयू बिस्तरों में से 298 पर बुधवार शाम चार बजे तक भर चुके थे। वहीं बिना वेंटिलेटर के 1,229 आईसीयू बिस्तरों में से 393 पर मरीज थे।
जैन ने बताया, बिस्तरों की उपलब्धता के मामले में हमारी स्थिति बेहतर है। फिलहाल सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए रखे बिस्तरों में से सिर्फ 25 प्रतिशत ही भरे हैं। कुछ निजी अस्पतालों में सभी आईसीयू बिस्तर भरे हैं। इसलिए जरूरी आदेश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 45 साल से ऊपर के टीका लगवाने के लिए योग्य 65 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को करीब 500 केंद्रों पर टीके की खुराक दी जाएगी। उन्होंने बताया, हमारे पास पर्याप्त संख्या में टीके उपलब्ध हैं। योग्य लाभार्थियों की संख्या काफी है।
हम जल्द से जल्द टीकाकरण की इस प्रक्रिया को पूरी करने की कोशिश करेंगे।आंकड़ों के अनुसार, रोहिणी में श्री अग्रसेन इंटरनेशनल हॉस्पिटल (15 आईसीयू बिस्तर) और जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल (छह), शालीमार बाग के मैक्स एसएस हॉस्पिटल (पांच) और फोर्टिस हॉस्पिटल (पांच), ऐसे निजी अस्पतालों में से एक हैं, जहां वेंटिलेटर के साथ वाले एक भी आईसीयू बिस्तर खाली नहीं है।
द्वारका के वेंकटेश्वर हॉस्पिटल, वसंत कुंज के इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर और पंजाबी बाग के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में भी शाम चार बजे तक वेंटिलेटर वाले आईसीयू बिस्तर भर चुके थे। दिल्ली में मंगलवार को कोविड-19 के 992 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 2.70 प्रतिशत रहा।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को होली की वजह से जांच संख्या कम रहने से कम मामले सामने आए। सोमवार को शहर में 1,904 नए मामले सामने आए थे।(भाषा)