बड़ी खबर...इंदौर में पुलिस पर हमले का आरोपी Corona पॉजिटिव जबलपुर के अस्पताल से फरार
जबलपुर। इंदौर के चंदन नगर इलाके में पुलिस टीम पर हमले करने का कोरोना पॉजिटिव आरोपी रविवार को जबलपुर के अस्पताल से फरार हो गया है। मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए कोरोना के पॉजिटिव एनएसए कैदी जावेद खान का पता लगाने के लिए पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। जबलपुर के एसपी अमित सिंह ने फरार कैदी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है।
रविवार को सभी कोरोना पीड़ितों को मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड से मेडिकल कॉलेज के ही सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में शिफ्ट करते समय अवसर का लाभ उठाकर जावेद खान भाग निकला है। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।
जिले की सभी चेक पोस्ट को जावेद खान के भागने की तत्काल सूचना दे दी गई है। चेक पोस्ट और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी नाकों, पुलिस चौकियों एवं पुलिस थानों को वाहनों की सघन तलाशी के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि जावेद को फिर से पकड़ा जा सके।
जबलपुर कलेक्टर भरत यादव ने भी फरार कोरोना पॉजिटिव जावेद खान को तलाश करने के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं ताकि वह अन्य लोगों को संक्रमित न कर दे। कलेक्टर ने जिले के सभी नागरिकों से इस फरार पॉजिटिव कैदी के दिखाई पड़ने पर तत्काल इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को या सम्बन्धित पुलिस थाने को देने का आग्रह किया है।
पुलिस ने जारी किया इनामी विज्ञापन : फरार जावेद के लिए जबलपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन शेयर किया, जिसमें जावेद की तस्वीर के साथ ही 10 हजार रुपए के इनाम का जिक्र है। पुलिस ने आम लोगों के लिए मोबाइल नंबर जारी किए, जिन पर सूचना दी जा सकती है। ये मोबाइल नंबर हैं 9479994001, 7049113900, 7949112101 और 7587616172।
गढ़ा थाना प्रभारी सफीक खान निलंबित : कलेक्टर भरत यादव ने इंदौर के पत्थरबाज जावेद खान के फरार होने के लिए पुलिस की लापरवाही के लिए गढ़ा थाना प्रभारी सफीक खान और ड्यूटी में लगे चार अन्य आरक्षक को भी निलंबित कर दिया है। कलेक्टर ने इस पूरे मामले की जांच एसडीएम को सौंपी है। फिलहाल जावेद पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों चंदन नगर में पुलिस टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। इन्हीं में जावेद भी शरीक था। जावेद पर रासुका की कारवाई करते हुए उसे जबलपुर जेल भेज दिया गया था। जबलपुर में जब उसकी जांच की गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला, तभी से उसका उपचार किया जा रहा था।