नई दिल्ली। सरकार ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 मामलों के दोगुना होने की औसत दर फिलहाल 9.1 दिन है। शुक्रवार सुबह 8 बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक देश में नए मामलों की वृद्धि दर 6 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो देश के 100 मामलों का आंकड़ा पार करने के बाद से प्रतिदिन के आधार पर सबसे कम वृद्धि दर है।
कोविड-19 पर उच्चाधिकार प्राप्त मंत्रिसमूह (GMO) की 13वीं बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में शनिवार को हुई। जीओएम को कोविड-19 संक्रमण के मामलों का इलाज कर रहे विशेष अस्पतालों का राज्यवार ब्योरा दिया गया।
साथ ही पृथक बिस्तर एवं वार्ड, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट), एन 95 मास्क, दवाइयां, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य की उपलब्धता की भी जानकारी दी गई।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आज की तारीख तक 1 लाख से अधिक किट और एन 95 मास्क देश में प्रतिदिन बन रहे हैं। अभी देश में पीपीई के 104 स्वदेशी विनिर्माता और एन 95 मास्क के तीन विनिर्माता हैं।
इसमें कहा गया है कि इसके अलावा स्वदेशी विनिर्माताओं के जरिए वेंटिलेटर का उत्पादन भी शुरू हो गया है और 9 विनिर्माताओं को 59,000 से अधिक इकाइयों के लिए आर्डर दिए गए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि जीओएम को इस बात से अवगत कराया गया कि अभी (कोरोना वायरस संक्रमण से) मृत्यु दर 3.1 प्रतिशत है जबकि (संक्रमित) मरीज के संक्रमण मुक्त होने की दर 20 प्रतिशत से अधिक है, जो कि ज्यादातर देशों की तुलना में बेहतर है और इसे देश में लॉकडाउन और निषिद्ध क्षेत्र घोषित करने की रणनीति के सकारात्मक प्रभाव के तौर पर देखा जा सकता है। मंत्रालय ने कहा कि देश में (संक्रमण के) मामलों के दोगुना होने की औसत दर अभी 9.1 दिन है।
मंत्रालय ने कहा कि मंत्री समूह को यह भी जानकारी दी गई कि अभी तक 5,062 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और उनके इस रोग से उबरने की दर 20.66 प्रतिशत है। शुक्रवार सुबह से 1,429 नए मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 775 हो गई है जबकि संक्रमण के मामले बढ़कर शनिवार को 24,506 हो गए।
मंत्री समूह ने जांच की रणनीति और देश भर में जांच किट की उपलब्धता की स्थिति के अलावा हॉटस्पाट (अत्यधिक संक्रमण वाले क्षेत्र) आदि संबद्ध विषयों की भी समीक्षा की।
मंत्री समूह को देश में अभी कोविड-19 की जांच के लिए काम कर रहे सरकारी और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या की भी जानकारी दी गई। साथ ही यह भी बताया गया कि प्रतिदिन कितनी संख्या में जांच हो रही है।
देश में कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति के साथ-साथ रोग पर प्रतिक्रिया एवं प्रबंधन की विस्तृत प्रस्तुति की मंत्रियों के लिए व्यवस्था की गई।
मंत्रालय ने कहा कि जीओएम ने कोविड-19 पर अब तक केंद्र और विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा अब तक उठाए गए कदमों पर विस्तृत चर्चा भी की। मंत्री समूह ने कई उच्चाधिकार प्राप्त समितियों को सौंपे गए विभिन्न कार्यों पर भी चर्चा की।
उसे बताया गया कि करीब 92,000 गैर सरकारी संगठन, स्वयं सहायता समूह और सामाजिक संस्थाएं देशभर में प्रवासी कामगारों को भोजन मुहैया कर रही हैं।
यह भी बताया गया कि स्वास्थ्यकर्मियों आदि का विशाल डेटा सभी राज्यों, जिलों एवं अन्य अधिकारियों से साझा किया गया ताकि वे संसाधनों एवं स्वयंसेवियों को अत्यधिक जरूरत वाले स्थानों के लिए एकत्र कर सकें। बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस से लड़ रहे इन योद्धाओं को ऑनलाइन मंचों के जरिए प्रशिक्षित किया जा रहा। (भाषा)