पटना। बिहार के अलग-अलग जिले में कोरोना संक्रमित 19 लोगों की मौत से राज्य में संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 388 हो गई है। पटना जिले में सबसे अधिक 7 संक्रमितों की मौत से यहां मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 67 हो गई है। इसके बाद भागलपुर, गया, जमुई और नवादा में 2-2 तथा खगड़िया, मधेपुरा, रोहतास और सीतमाढ़ी में 1-1 व्यक्ति संक्रमण से जान गंवा बैठे।
भागलपुर में 31, गया में 24, रोहतास में 22, नालंदा में 20, मुंगेर में 18, मुजफ्फरपुर में 15, भोजपुर में 14, पूर्वी चंपारण में 13, समस्तीपुर में 12, बेगूसराय और सारण में 11-11, दरभंगा, पश्चिम चंपारण में 10-10, वैशाली में 9, सीवान में 8, अररिया, कैमूर, नवादा में 7-7, जहानाबाद में 6, औरंगाबाद और खगड़िया में 5-5, बक्सर, किशनगंज, लखीसराय, पूर्णिया और सीतामढ़ी में 4-4, अरवल, बांका, जमुई, कटिहार और मधेपुरा में 3-3, मधुबनी, शेखपुरा और सुपौल में 2-2 तथा गोपालगंज, सहरसा और शिवहर में 1-1 संक्रमित व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
दरभंगा प्रमंडल में बढ़ेगी कोविड जांच की क्षमता : बिहार के मिथिलांचल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए जांच की क्षमता में तेजी लाई जाएगी। दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरवड़े एवं मिथिला प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार द्वारा संयुक्त रूप से कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रमंडल के सभी जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गई।
वरवड़े ने संबंधित जिलाधिकारियों को अधिक से अधिक कोविड-19 की सैंपल कलेक्शन करवाने एवं जांच की दर बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर, ट्रू-नेट एवं रैपिड एन्टीजन टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। साथ ही होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों का प्रतिदिन हाल-चाल लिया जाए।
आयुक्त ने कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चें एवं गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति के यहां प्रतिदिन स्वास्थ्यकर्मी भ्रमण करें एवं उनका हाल-चाल लेते रहें।